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पाकिस्तान से शक्कर आयात कर किसानों को थमाया भीख का कटोरा: उद्धव

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। पैठण और घनसावंगी में आयोजित किसान सम्मेलन में शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा और राकांपा पर हमला बोला। उन्होंने रविवार को अपने भाषण में केंद्र सरकार को निर्लज्ज करार दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दुश्मन देश पाकिस्तान से शक्कर आयात कर देश के किसानों को भीख का कटोरा थमा रही है। हमने 25 वर्ष तक गठबंधन का धर्म निभाया, किंतु हमारे ही घर में घुसकर हमें बर्बाद करने की कोशिश की गई। अब बस हुआ, शिवसेना स्वतंत्र लड़ने की तैयारी में है, जो होगा देखा जाएगा। उद्धव ने राकांपा पर निशाना साधते हुए कहा कि "डल्ला मारने वाले ही हल्ला बोल’ का नारा दे रहे हैं। उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि पवार का पॉवर निकालने का समय आया है, शिवसैनिक चुनाव के लिए तैयार रहें।
अजित पवार बिना पूंछ और सींग के प्राणी
उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य के किसानों और आम जनता की समस्याओं को लेकर हमने विरोध जताया है। अगर ये जुर्म है तो भी हमें मंजूर है। इसी के चलते कुछ दिन पूर्व हमने आने वाले लोकसभा-विधानसभा चुनाव अपने बलबूते पर लड़ने का निर्णय लिया है। उद्धव ने राकांपा नेता अजित पवार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा , ‘मैं किसानों के लिए कोई भी प्राणी बनूंगा, पर किसानों द्वारा पानी मांगने पर उन्हें सबसे छोटी अंगुली दिखाने वाला अजित पवार नहीं बनूंगा।’ उन्होंने अजित पवार को बगैर पूंछ व बगैर सींग का प्राणी बताते हुए शिवसेना पर टिप्पणी करने से पूर्व होश में आने की सलाह दी।
फिलहाल तेलुगु देशम पार्टी नहीं छोड़ेगी भाजपा का साथ
उधर एनडीए का हिस्सा तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के एनडीए से अलग होने के खबरों के बीच शनिवार को उद्धव ठाकरे ने नायडू से फोन पर बात की थी। हालांकि शिवसेना के तरफ से आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उद्धव ने नायडू से क्षेत्रिय दलों के एक साथ आने को लेकर चर्चा की है। 2018-19 के बजट में आंध्र प्रदेश को तरजीह न दिए जाने से नाराज तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने रविवार को अमरावती में संसदीय दल की बैठक की। इसमें मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, पार्टी के सांसद और नेता शामिल हुए। बैठक में बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी और केंद्र के सामने इस मुद्दे को उठाने पर चर्चा हुई। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि बैठक में एनडीए के साथ गठबंधन तोड़ने को लेकर चर्चा होगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री वाई एस चौधरी ने बताया, ‘बैठक में बजट और आंध्र को आवंटन न मिलने के मामले पर चर्चा हुई। इसके लिए केंद्र पर दबाव बनाना जारी रखेंगे। जरूरत पड़ी तो मामले को संसद में उठाएंगे।’
भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए के साथ गठबंधन नहीं तोड़ेंगे
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने न तो शिवसेना से बात की है और न ही अमित शाह से कोई बात हुई है।’ सूत्रों के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी सांसदों से एनडीए सरकार पर दबाव डालने को कहा है। सांसद इस बात को लेकर दबाव डालेंगे कि 2014 में राज्य के विभाजन के समय जो वादे किए गए थे उनका सम्मान हो। नायडू ने उन्हें राज्य के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक नायडू ने बजट पर नाराजगी जताते हुए कहा कि चार बजट देख लेने के बावजूद हम कैसे चुप बैठे रह सकते हैं या धैर्य रख सकते हैं।
Created On :   5 Feb 2018 3:10 PM IST