करोड़ों की लूट का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया गिरफ्तार

Gangster Vikas Lagarpuria, mastermind of loot of crores, arrested
करोड़ों की लूट का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया गिरफ्तार
हरियाणा करोड़ों की लूट का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को दिल्ली के आईजीआई हवाईअड्डे पर गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को हिरासत में ले लिया। गुरुग्राम में करोड़ों की लूट के कथित मास्टरमाइंड लगरपुरिया को दुबई से भागने की कोशिश के दौरान पकड़ा गया था, जहां वह भागने के बाद छिपा हुआ था। हालांकि, उसे पकड़ लिया गया और बाद में भारत भेज दिया गया।

बाद में दिन में, एसटीएफ के शीर्ष अधिकारियों ने दावा किया कि लगरपुरिया को दिल्ली-गुरुग्राम सीमा से गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि एसटीएफ इकाई गुरुग्राम के प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में एक एसटीएफ टीम ने गुप्त सूचना मिलने के बाद अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के आईजी बी. सतीश बालन ने मीडिया को बताया, शुरुआती पूछताछ के दौरान उसने अपना परिचय हिसार निवासी दीपक के रूप में दिया। लेकिन करीब 2 घंटे की गहन पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसका नाम विकास लगरपुरिया है।

हरियाणा के झज्जर जिले के बादली के रहने वाले विकास लगरपुरिया के सिर पर 2.50 लाख रुपये का इनाम था। उसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने दो लाख रुपये और हरियाणा पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। यह अपराधी 21 अगस्त, 2021 को रिपोर्ट किए गए 25-30 करोड़ रुपये के एक चोरी के मामले में शामिल था। रकम गुरुग्राम के सेक्टर 84 स्थित अल्फा जी कॉर्प मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के फ्लैट से चुराई गई थी। इससे संबंधित मामला गुरुग्राम के खेड़की दौला थाने में दर्ज किया गया था।

घटना पिछले साल 4 अगस्त को हुई थी। गैंगस्टर लगरपुरिया गिरोह के सदस्य सेक्टर-82 स्थित एक फ्लैट में घुस गए थे, जहां एक निजी कंपनी का दफ्तर चल रहा था। वे वहां से करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गए थे। बालन ने कहा कि इस सिलसिले में गैंगस्टर के गुर्गो और दिल्ली पुलिस के एक एएसआई सहित कम से कम 15 लोगों और दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया है। गैंगस्टर के गुर्गो के पास से विदेशी मुद्रा और सोने सहित 5.78 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं।

बालन ने कहा, गैंगस्टर के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, जबरन वसूली और अपहरण सहित कई 24 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे। उसके खिलाफ मकोका के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। हरियाणा पुलिस के तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) धीरज सेतिया पर मामले को दबाने के लिए डॉ. सुचेंद्र जैन नवल से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है।

जांच के दौरान पाया गया कि लगरपुरिया ने एक अन्य मुख्य आरोपी डॉ. सुचेंद्र जैन नवल के साथ मिलकर कथित तौर पर चोरी की योजना बनाई थी। जांच में यह भी पता चला कि गिरफ्तार एएसआई विकास गुलिया, लगरपुरिया का बचपन का दोस्त था और कथित तौर पर उसे दिल्ली पुलिस से पनाह दी थी।

बालन ने कहा, धीरज सेतिया का लाई डिटेक्टर टेस्ट एक हफ्ते पहले दिल्ली में किया गया था, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। इस बीच, गिरफ्तार आरोपी को आगे की जांच के लिए एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारी ने कहा, हमें अभी तक आरोपी से ूबाकी रकम के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है, क्योंकि वह बार-बार अपने बयान बदल रहा है और जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। आरोपी को अपनी पहचान बताने में दो घंटे से अधिक समय लगा।

(आईएएनएस)

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Created On :   15 Dec 2022 8:00 PM IST

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