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जब एक साथ हुआ चार बच्चों का अंतिम संस्कार, पूरे गांव के लोगों की आंखें हुई नम
डिजिटल डेस्क, दमोह। जब एक साथ चार बच्चों का अंतिम संस्कार हुआ, तो पूरे गांव के लोगों की आंखे नम हो गई। पूरे गांव में मातम छा गया। हर कोई डबडबाई आंखों से मासूमों को विदायी देने पहुंचा। वहीं परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। नोहटा थाना अंतर्गत शुक्रवार को तालाब में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई। पोस्ट मार्टम के बाद शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया,तो वहीं परिवार के सदस्यों को राहत राशि भी जिला प्रशासन द्वारा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि जिले के नोहटा थाना अंतर्गत ग्राम बडग़ुवा में शुक्रवार को तालाब में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई थी।
कलेक्टर डॉ. जे विजय कुमार द्वारा मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता स्वीकृत करते हुए एसडीएम श्री रविंद्र से के माध्यम से वितरित कराए वहीं रेडक्रास की ओर से 5000-5000 की सहायता राशि मृतकों के परिजनों को प्रदान की गई है।गौरतलब है कि इस घटना में एक ही परिवार के इन बच्चों की मौत हुई जिसमें आसमा पुत्री आनंद शाह 16 वर्ष, अब्बू पुत्र आनंद शाह 12 वर्ष, फिजा पुत्री मकसूद शाह 10 वर्ष, नजमा पुत्री लल्ली शाह 12 वर्ष की डूबने से मौत हो गई थी इस घटना के बाद थाना प्रभारी नोहटा जितेंद्र सिंह भदोरिया द्वारा संपूर्ण कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिए गए।
रंजिश के लगाए आरोप
मृतक अब्बू व आशमा के पिता आनंद शाह का आरोप है कि लगभग ढेड़ वर्ष पूर्व ग्राम के ही राजा, छोटे व शहादत ने रंजिश के चलते मेरी पत्नि पर गोली चलाई थी उस मामले में ही आज मैं पेशी के लिए दमोह आया था। मेरी पुत्री आशमा ने मुझे फोन पर राजा के घर आकर धमकाने की सूचना दी थी और बाद में मुझे इस घटना की जानकारी मिली जिससे मुझे मामले में संदेह है।
आरोप गलत-
वहीं मामले में नोहटा पुलिस का कहना है कि आनंद शाह खुद एक जमानती मामले में करीब ढेड़ वर्ष से ग्राम से बाहर था, जिसके विरुद्ध हाल ही में चालान न्यायालय में पेश किया गया है। आनंद शाह के आरोप को गलत बताया है। पुलिस के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद जो पक्ष सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
यह भी है प्रशन
जानकारी अनुसार दोपहर करीब दो बजे ग्राम के चार बच्चे अब्बू उर्फ फरियाज पुत्र आनंद शाह 12 वर्ष, आशमा पुत्री आनंद शाह 16 वर्ष, फिजा पुत्री मकसूद 10 वर्ष व नजमा पुत्री लल्ली 12 वर्ष ग्राम के ही तालाब में नहाने के लिए गए थे और जब काफी देर तक वह घर वापिस नहीं लौटे, तो परिजनों द्वारा उनकी खोजबीन शुरु की गई, तो तालाब के समीप उन सभी के कपड़े व अन्य सामान पाए गए, जिससे बच्चों के तालाब में डूबने की आशंका हुई और तालाब में तलाश करने पर उनके शव वहां पाए गए। पीडि़त परिवार का कहना है कि बच्चे दोपहर में तालाब में नहाने क्यों जाएंगे। इस बिन्दु पर भी जांच होनी चाहिए। सदस्यों का कहना है कि उनके बच्चों की हत्या की गई है।
Created On :   13 Oct 2018 7:23 PM IST