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पेट्रोल पंप से ईंधन चोरी, टैंकर से डीजल चोरी का वीडियो वायरल
डिजिटल डेस्क, नागपुर । वर्धा जिले के दहेगांव स्थित नायरा डिपो पेट्रोल और डीजल चोरी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है। 6 माह पहले सिंदी रेलवे के पेट्रोल पंप संचालक को आपूर्ति होने वाले टैंकर से चोरी का मामला सामने आया था। इस मामले के उजागर होने के बाद नायरा डिपो और पेट्रोलियम कंपनियों ने सुरक्षा के लिहाज से बदलाव के बड़े- बड़े दावे किए हैं, लेकिन हाल ही में नायरा डिपो से निकले एचपीसीएल कंपनी के लिए तिवसा जाने वाले टैंकर को वर्धा के पेट्रोल पंप पर ताले खोलकर ईंधन निकालने का वीडियो वायरल हो रहा है।
खास यह है कि वर्धा के पेट्रोलियम वितरक संगठन के अध्यक्ष गिरीश राजपाल के इंडियन आईल कंपनी के पंप पर यह कारगुजारी हो रही है। इस वीडियो के साथ तिवसा के कृष्णाजी पेट्रोलियम पंप के संचालक भूषण यावले की शिकायत भी जोड़ी गई है। हालांकि एचपीसीएल कंपनी के अधिकारी इस मामले में जांच करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई भी ठोस कार्रवाई की जानकारी सामने नहीं आई है। ईंधन चोरी के मामले में अब भी आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। ईंधन की चाेरी होने के बाद अधिकांश पेट्रोल पंप संचालक मीटर को छेड़छाड़ कर कीमत वसूल करने का प्रयास करते हैं। इस मामले में पेट्रोल पंप संचालक गिरीश राजपाल ने एचपीएसीएल कंपनी को लिखित में पक्ष रखने की जानकारी दी है, लेकिन अब भी कई सवालिया निशान पूरे मामले में लगे हुए हैं।
क्या है मामला
वर्धा जिले के दहेगांव स्थित नायरा पेट्रोलियम डिपो से कई जिलों में पेट्रोल पंप में डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति होती है। 28 जुलाई को अमरावती जिले के तिवसा स्थित कृष्णाजी पेट्रोलियम पंप के लिए डीजल और पेट्रोल का टैंकर निकला। दोपहर 2.30 बजे डिपो में डीजल आपूर्ति होने के बाद शाम 5.30 बजे टैंकर क्रमांक एमएच 34-एबी 7702 तिवसा के लिए निकला। निर्धारित नियमों के तहत टैंकर को पुलगांव-आर्वी रूट से तिवसा पहुंचना था, लेकिन टैंकर अचानक वर्धा के महिला आश्रम परिसर में गिरीश राजपाल के इंडियन आईल कंपनी के पेट्रोल पंप पर पहुंचा। इस पंप पर संचालक गिरीश राजपाल की निगरानी में डीजल और पेट्रोल को चोरी कर निकाला गया। इस कारगुजारी की वीडियो शूटिंग भी की गई है। इस मामले में कृष्णाजी पेट्रोलियम पंप के संचालक भूषण यावले ने नायरा डिपो और एचपीएसीएल कंपनी में शिकायत भी दर्ज कराई है।
300 से अधिक पेट्रोल पंप को आपूर्ति की जिम्मेदारी
वर्धा के दहेगांव स्थित नायरा डिपो से एचपीसीएल और इंडियन आईल समेत नायरा के 300 से अधिक पेट्रोल पंप को डीजल और पेट्रोल की आपूर्ति होती है। डिपो से ईधन को भरने के बाद निजी ट्रांसपोर्ट कंपनी के टैंकरों से पेट्रोल पंप तक आपूर्ति की जाती है। 20 से अधिक ट्रांसपोर्ट कंपनियों को अनुबंध पर लिया गया है। इन ट्रांसपोर्ट कंपनियों के ड्राइवरों की सहायता से डिपो से निकलने वाले टैंकरों के ताले खोलकर ईधन की चोरी कर ली जाती है। चोरी को छिपाने के लिए टैंकर को धूप में खड़ा कर वाष्पीकरण कर दिया जाता है। चोरी के डीजल को खरीदने में कई पेट्रोल पंप संचालक भी शामिल हैं। 20 लीटर डीजल को 1500 से 1800 रुपए और 20 लीटर पेट्रोल को 2000 रुपए तक में खरीदी कर बेचा जा रहा है। डिपो के अधिकारी, ट्रांसपोर्ट कंपनियों, चंद पेट्रोल पंप संचालकों और ड्राइवरों के गिरोह की कारगुजारी अब भी बदस्तूर चल रही है।
मेरी अथवा पंप की कोई भूमिका नहीं
चंद्रपुर की ट्रांसपोर्ट कंपनी के टैंकर डीजल भरने के लिए मेरे पंप पर आते हैं। 28 जुलाई को टैंकर क्रमांक एमएच34-एबी 7702 में डीजल लेने के लिए आया था, लेकिन एक अन्य टैंकर में पहले से डीजल भरा जा रहा था। इसलिए ठहरने का निर्देश ड्राइवर को दिया गया। ड्राइवर थोड़ी देर ठहरने के बाद बगैर डीजल लिए टैंकर लेकर चला गया। इस संबंध में ट्रांसपोर्ट कंपनी और एचपीसीएल को लिखित में जानकारी मैंने दी है। मेरे पंप की अथवा कर्मचारी की कारगुजारी में कोई भूमिका नहीं है। वायरल वीडियो के माध्यम से मुझे बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। -गिरीश राजपाल, संचालक पेट्रोल पंप, महिलाआश्रम, वर्धा
Created On :   22 Aug 2022 7:09 AM GMT