हीरा व्यापारी की हत्या के आरोप में मंत्री का पूर्व सचिव गिरफ्तार

Former secretary of minister arrested in diamond businessman murder
हीरा व्यापारी की हत्या के आरोप में मंत्री का पूर्व सचिव गिरफ्तार
हीरा व्यापारी की हत्या के आरोप में मंत्री का पूर्व सचिव गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। घाटकोपर इलाके के हीरा व्यापारी राजेश्वर उदानी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने राज्य के गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता के पूर्व सचिव सचिन पवार को गिरफ्तार किया है। घाटकोपर इलाके में सोने-चादी के गहने के व्यापारी उदानी की लाश पनवेल में मिली थी। 57 वर्षीय उदानी 28 नवंबर से लापता थे। इसके बाद उदानी के घरवालों ने पंतनगर पुलिस स्टेशन में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस बीच 4 दिसंबर को पुलिस को पनवेल के जगल से एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली। जिसकी जानकारी पंतनगर पुलिस को दी गई। इसके बाद उदानी के घरवालों ने शव की शिनाख्त की।

संदेह के आधार पर पुलिस ने पवार से पूछताछ की और फिर उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है और दूसरे आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार 29 नवंबर को पवार गुवाहाटी चला गया था। टीवी अभिनेत्री देबोलिना भी उसके साथ गुवाहाटी गई थी। पंतनगर पुलिस ने शनिवार को देबोलिना से पूछताछ कर इस मामले में उसका बयान दर्ज किया। देबोलिना टीवी धारावाहिक ‘साथ निभाना साथिया’ में गोपी बहू के किरदार से चर्चा में आई थी। इस हत्याकांड में पुलिस अभी दो और अभिनेत्रियों से पूछताछ करने वाली है। मृतक हीरा व्यापारी उदानी के मोबाइल के कॉल रिकार्ड से दो टीवी अभिनेत्रियों सहित 6 बार बालाओं के मोबाइल नंबर मिले हैं। पुलिस इनसें भी पूछताछ करेगी।

भाजपा के टिकट पर मनपा चुनाव लड़ चुकी है पत्नी
गौरतलब है कि पावर 2009 में भारतीय जनता पार्टी का बूथ प्रमुख था। 2012 में उसने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में मुंबई महानगरपालिका का चुनाव भी लड़ा था। 2017 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुंबई मनपा चुनाव के लिए पवार की पत्नी को टिकट दिया गया। इसके बाद उसकी एक बार फिर से भाजपा में वापसी हो गई थी। वह अभी भी पार्टी में है लेकिन उसे कोई पद नहीं दिया गया है।

सचिन पवार से मेरा कोई संबंध नहीं: मेहता
वहीं इस घटना को लेकर गृहनिर्माण मंत्री प्रकाश मेहता ने बयान जारी कर कहा है कि मेरा आरोपी सचिन पवार से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि 2004 से 2009 के बीच पवार मेरे निजी सहायक के रुप में काम करता था। जब उसने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप से मुंबई  मनपा का चुनाव लड़ा तो उसे पार्टी से निकाल दिया गया था। पार्टी स्तर पर व कर्मचारी के रूप में वह नौ साल से मेरे संपर्क में नहीं है। ऐसे में मेरे साथ पवार का नाम जोड़ना उचित नहीं। मेहता ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि पुलिस इस मामले की निष्पक्ष रुप से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। हमारी पार्टी ने कभी किसी अपराधी का साथ नहीं दिया है।
 

Created On :   8 Dec 2018 6:58 PM IST

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