बिहार के पूर्व डीजीपी गुपतेश्वर पांडेय जेडीयू में शामिल, सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में ली सदस्यता

बिहार के पूर्व डीजीपी गुपतेश्वर पांडेय जेडीयू में शामिल, सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में ली सदस्यता

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व डीजीपी गुपतेश्वर पांडेय जेडीयू में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में उन्होंने जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ली। जेडीयू में शामिल होने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि पार्टी जो भी हमसे कहेगी वह करूंगा। अगर चुनाव लड़ने के लिए कहेगी तो चुनाव लड़ूंगा। बिहार के हर जिले से लोग फोन करते हैं कि आप हमारे यहां से चुनाव लड़ लीजिए। गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि मैं दिल का साफ आदमी हूं। मुझे तो अभी पता भी नहीं है कि राजनीति क्या होती है। जो भी हमारे नेता का आदेश होगा उसका पालन होगा।

सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बेबाक राय रखने वाले गुप्तेश्वर पांडे का नाम बीते दिनों से ही सुर्खियों में रहा है। इस मामले को लेकर पूर्व डीजीपी ने नीतीश कुमार के सुशासन की जमकर तारीफ भी की थी। गुप्तेश्वर पांडेय बिहार काडर के 1987 बैच के IPS अफ़सर है, जिस समय बिहार के कई जिलों में नक्सलवाद फैला हुआ था। हाल ही में स्वेच्छा से रिटायरमेंट (VRS) लिया है। 

 

 

गुप्तेश्वर पांडेय के जेडीयू में शामिल होने को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि कैम्पेन तो मुंबई की पुलिस को गाली देकर शुरू कर ही ली थी। एक मौत को राजनीतिक सीढ़ी बना ही ली थी। अब उम्मीद है बिहार की जनता इनका भी हिसाब-किताब तय करेगी।

 

 

बिहार में तीन चरणों में होगा चुनाव
-28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान- 16 जिलों की 71 सीटों पर चुनाव, 31 हजार पोलिंग बूथों पर वोट डाले जाएंगे।
 
-3 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान- 17 जिलों की 94 सीटों पर चुनाव, 42 हजार पोलिंग बूथों पर वोट डाले जाएंगे।
 
-7 नवंबर को  तीसरे चरण का मतदान - 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव, 33 हजार पोलिंग बूथों पर वोट डाले जाएंगे।
 
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा। 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।

कोरोना काल में पहला चुनाव
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कोरोना महामारी के कारण दुनिया के 70 से ज्यादा देशों में चुनाव टाला गया। कोरोना काल में बिहार का चुनाव विश्व का सबसे बड़ा और पहला चुनाव है। नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव होंगे। बिहार में एक लाख पोलिंग स्टेशन होंगे। EVM और VVPAT भी बढ़ाये गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीन (EVM) का बटन दबाने के लिए मतदाताओं को ग्लब्स उपलब्ध कराए जाएंगे। संक्रमित या क्वारंटाइन लोग वोटिंग के आखिरी वक्त में मतदान करेंगे।

Created On :   27 Sept 2020 4:54 PM IST

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