महाराष्ट्र और तेलंगाना के वन अधिकारी रोकेंगे सागौन तस्करी
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। लगातार बढ़ रही सागौन तस्करी को लेकर वनविभाग अब अलर्ट हो गया है। तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ बेशकीमती सागौन पेड़ों की रक्षा करने के लिए अब गड़चिरोली वनविभाग तेलंगाना वनविभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करेगा। इस आशय का फैसला दोनों वनविभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से एक बैठक के दौरान लिया। सागौन तस्करी पर रोक लगाने के लिए सिरोंचा वनविभाग से तेलंगाना पहुंचने वाले विभिन्न रास्तों पर जांच नाका शुरू करने का निर्णय भी इस संयुक्त बैठक में लिया गया। यहां के वनविभाग के प्राणहिता सभागृह में दोनों वनविभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक गुरुवार को आयोजित की गयी। जिसमें महाराष्ट्र व तेलंगाना राज्य के करीब 50 वनाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान गांवों में गुप्तचरों को नियुक्त करने के साथ विभिन्न रास्तों पर जांच नाका शुरू करने का फैसला लिया गया। सीमावर्ती इलाकों की सड़कों पर गश्त बढ़ाने का निर्णय भी इस समय लिया गया। इस सभा में तेलंगाना राज्य के शंकर भुपालपल्ली की जिला वनाधिकारी बी. लावण्या, उपवनसंरक्षक सी. वज्रारेड्डी, वन परिक्षेत्र अधिकारी एम. कमला, व्यंकटेश्वर राव, सिरोंचा वनविभाग की उपवनसंरक्षक पूनम पाटे, वन परिक्षेत्र अधिकारी पी. एम. पाझारे, आसरअल्ली के वन परिक्षेत्र अधिकारी आर. एम. तोकला, आसरअल्ली के विशेष सेवा वनपरिक्षेत्र अधिकारी चिलकर समेत दोनों राज्यों के वनपाल और वनरक्षक उपस्थित थे। बता दें कि, सिरोंचा वनविभाग के तहत आने वाले वनक्षेत्र में सागौन पेड़ों की संख्या काफी अधिक हैं। इस वनक्षेत्र से सागौन की धड़ल्ले से कटाई कर गोदावरी नदी से सीधे तेलंगाना राज्य पहुंचाया जाता है।
जैसे ही सागौन के लट्ठे गोदावरी नदी से तेलंगाना पहुंचते हैं, तेलंगाना में मौजूद तस्कर इसकी धड़ल्ले से बिक्री भी करते हंै। कई दफा कार्रवाई के दौरान तस्करों द्वारा वन कर्मचारियों पर हमले भी किये गये हंै। वर्तमान में हर अाये दिन तस्करी के मामले बढ़ जाने से वनों की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह अंकित हो रहें हैं। सागौन की तस्करी को रोकने के लिए सिरोंचा वनविभाग के अधिकारियों ने विशेष बैठक का आयोजन करते हुए तेलंगाना वनविभाग के अधिकारियों को आमंत्रित किया था।
Created On :   8 April 2023 5:49 PM IST