बाढ़ग्रस्तों ने नेशनल हाईवे को बनाया आसरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त

Flood victims made shelter on National Highway, life disturbed
बाढ़ग्रस्तों ने नेशनल हाईवे को बनाया आसरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त
गड़चिरोली बाढ़ग्रस्तों ने नेशनल हाईवे को बनाया आसरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। तेलंगाना राज्य के लक्ष्मी बैरेज (मेड़ीगड्‌डा) बांध से लगातार पानी छोड़ने और सप्ताह भर से हो रही अतिवृष्टि से सिरोंचा तहसील का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तहसील के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने से स्थानीय प्रशासन की मदद से बाढ़ग्रस्तों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। इस बीच तहसील मुख्यालय से 70 किमी दूरी पर स्थित ग्राम सोमनपल्ली में भी दो दिन से बाढ़ जैसी स्थिति है। मात्र स्थानीय प्रशासन द्वारा गांव में राहत कार्य शुरू नहीं किये जाने से ग्रामीणों ने स्वयं होकर अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वीकार की है।

ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ राज्य से जुड़ने वाले सिरोंचा-आसरअल्ली-भोपालपट्‌टनम राष्ट्रीय महामार्ग का आसरा लेते हुए अस्थायी रूप से झाेपड़ियां बनाकर अपना गुजर-बसर शुरू किया है। जानकारी के मुताबिक सोमवार को स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व कर्मियों ने इस नेशनल हाईवे पर पहुंचकर बाढ़ग्रस्तों का हाल जाना। साथ ही जीवनावश्यक सामग्रियों का वितरण किया। बता दें कि लगातार बारिश से मडीगड्‌डा के लक्ष्मी बैरेज का लाखों क्यूसेक पानी तहसील की गोदावरी और प्राणहिता नदी में छाेड़ा जा रहा है। इससे दोनों नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। नदी तट पर सैकड़ों गांव बसे होने से गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। जिलाधिकारी संजय मीणा ने इसके पूर्व ही नदी तट पर बसे ग्रामीणों से सतर्कता बरतने की अपील की है। साथ ही स्थानीय प्रशासन को निर्देश देते हुए नदी तट पर बसे गांवों को तत्काल खाली करने के आदेश भी दिए हैं। इन्हीं आदेशों का पालन करते हुए सिरोंचा तहसील में गांवों को खाली करने का कार्य युध्दस्तर पर जारी है।

दो दिन पूर्व ग्राम सोमनपल्ली में बाढ़ का पानी बढ़ना शुरू हुआ। धीरे-धीरे यह गांव टापू में तब्दील हो गया। गांव में 35 परिवार होकर तकरीबन 500 से अधिक लोग है। सभी ग्रामीणों ने अपनी जान बचाने के लिए नेशनल हाईवे का सहारा लिया है। मुख्य महामार्ग के दोनों ओर अस्थायी रूप से झोपड़ियां बनाकर गुजर-बसर शुरू किया है। ग्रामीणों ने अपने साथ घर का कुछ सामान भी साथ लाया है। साथ ही मवेशियों और बकरियों को भी साथ लाया है।  इस की सूचना जिला प्रशासन को मिलते ही सोमवार को जिलाधिकारी मीणा के आदेश पर स्थानीय तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने नेशनल हाईवे पर पहुंचकर बाढ़ग्रस्तों का हाल जाना। लोगों को वैद्यकीय सुविधा उपलब्ध कराने के साथ जीवनावश्यक सामग्रियों का वितरण किया। इस बीच एसडीआरएफ की टीम ने ग्राम सोमनपल्ली पहुंचकर बाढ़ का जायजा भी लिया।  र्तमान में गांव में पानी कम नहीं होने से इसी स्थान पर ग्रामीण कुछ दिनों तक अपना गुजर-बसर करेंगे। 
 

Created On :   19 July 2022 12:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story