मादा तेंदुआ पिंजराबंद, दुर्गापुर परिसर में मचा रखा था आतंक

Female leopard caged, terror was created in Durgapur premises
मादा तेंदुआ पिंजराबंद, दुर्गापुर परिसर में मचा रखा था आतंक
{ नागरिकों को  मिली राहत  मादा तेंदुआ पिंजराबंद, दुर्गापुर परिसर में मचा रखा था आतंक

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  चंद्रपुर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत दुर्गापुर नियतक्षेत्र के दुर्गापुर के वार्ड क्र.1 व 3 तथा वेकोलि परिसर, ऊर्जानगर, कोंडी, नेरी परिसर में आतंक मचानेवाली नरभक्षी मादा तेंदुए को ट्रैंक्यूलाइज कर पिंजराबंद करने में वनविभाग की टीम को सफलता मिली है। इससे दुर्गापुर परिसर के नागरिकों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है। 
जानकारी के अनुसार पिछले 3 माह से दुर्गापुर ग्राम-पंचायत व ऊर्जानगर ग्राम पंचायत क्षेत्र तथा वेकोलि परिसर में तेंदुए द्वारा लोगों पर लगातार हमले हो रहे थे। इसमें कई महिला, पुरुष व बच्चों की मौत हो चुकी है। इससे नागरिकों का वनविभाग पर तीव्र रोष था। विगत दिनों तेंदुए ने बालिका पर हमला करने के चलते संतप्त लोगों ने वनकर्मियों को नजर कैद कर लिया था। तेंदुए को मारने की मांग करने लगे थे। ऐसे में वरिष्ठ कार्यालय से 10 मई को तेंदुए को िपंजराबंद करने अथवा मारने की अनुमति दी गई। इसके बाद तेंदुए को पिंजराबंद करने के लिए 4 पिंजरे, कैमरा ट्रैप लगाया गया।

वनपरिक्षेत्र अधिकारी चंद्रपुर के नेतृत्व में क्षेत्रीय कर्मचारी, संरक्षण पथक चंद्रपुर, आर. आर. यूनिट टीम चंद्रपुर, पशुवैधकीय अधिकारी ताड़ोबा, शूटर आरआरटी, स्थानीय पीआरटी ऐसे कुल 35 लोगों की टीम गश्त कर रही थी। मादा तेंदुआ पिंजरे के पास आ तो रही थी, परंतु अंदर नहीं जा रही थी। इस बीच घटनास्थल पर लगाए गए ट्रैप कैमरे से आए फोटो से स्पष्ट हुआ कि लोगों पर हमला करनेवाली यही मादा तेंदुआ है। वनविभाग के टीम ने उस तेंदुए की खाेज शुरू की।  12 मई को शाम तेंदुए के विचरण वाले क्षेत्र में जायजा लेने पर वार्ड क्र.3 की ओर तेंदुआ शाम साढ़े 7 बजे के दौरान दिखने की जानकारी मिली। वनविभाग की टीम ने तेंदुए की तलाश शुरू की। तेंदुआ वार्ड क्र.3 से छठ पूजा ग्राउंड मार्ग होते हुए सिनाला फाटे समीप झाड़ियों में छुपकर बैठा नजर आया। उस पर वन अधिकारी, कर्मी, शूटर नजर रखे थे। उसे ट्रैंक्यूलाइज करने अथवा मारने का प्लान बनाया गया।  उस पर नजर रखी गई। 13 मई को तड़के 3 बजकर 45 मिनट पर तेंदुए ने एक जीव का शिकार किया। उसी दौरान वनविभाग के शूटर ने उसे ट्रैंक्यूलाइज गन से ट्रैंक्यूलाइज किया। तेंदुए को पकड़कर पिंजरे में डाला गया। तेंदुए को फिलहाल ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर चंद्रपुर में सुरक्षित रखा गया है। इस मुहिम में मुख्य वनसंरक्षक प्रकाश लोणकर, विभागीय वनाधिकारी प्रशांत खाडे, सहायक वनसंरक्षक चौरे के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी राहुल कारेकार, पशुवैधकीय अधिकारी डॉ. रविकांत खोब्रागडे, शुटर मराठे, क्षेत्र सहायक एम. पी. तावाडे, आर. एम. पाथर्डे एस. जी. गोजे, वनपाल आर. आर. वासेकर, डी. एम. दुपारे, आर. एन. धोडरे, वनरक्षक डी.बी.दहेगांवकर, भिमनवार, गोधने, पारवे, पठान, वनकर, बैनलवार, उमरे, गेडाम, डांगे, वनमजूर पोईनकर, रायपुरे, चावरे, चहांदे, मोगरे, मोहुर्ले, दांडेकर, तिखट, नन्नावरे, कोपरे, अक्षय दांडेकर व स्थानीय पीआरटी टीम का समावेश था।  

Created On :   14 May 2022 5:14 PM IST

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