बाघ का दो दिन में बंदोबस्त न हुआ तो अनशन
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डिजिटल डेस्क, समुद्रपुर (वर्धा)। तहसील के गिरड, आर्वी परिसर में गत कुछ माह से पट्टेदार बाघ व तेंदुए का मुक्त विचरण होने से किसानों में दहशत व्याप्त है। इस बाघ व तेंदुए का दो दिनों में बंदोबस्त नहीं किया तो परिसर के किसानों ने तीसरे दिन वन विभाग के कार्यालय के सामने अनशन करने की चेतावनी वन विभाग के अधिकारियों को सौंपे ज्ञापन में दी है। तहसील के गिरड, आर्वी परिसर में गत कुछ दिनों से पट्टेदार बाघ का मुक्त संचार है। दिन के समय खेत परिसर में यह बाघ घूमते दिखाई देता है। बाघ के दहशत के कारण खेतिहर मजदूर खेतों में काम करने जाने के लिए तैयार नहीं है और खेतों की फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। कुछ दिन पूर्व इसी परिसर में बाघ के हमले में महिला किसान की मृत्यु हो गई थी। 28 दिसंबर को इस बाघ के बंदोबस्त करने की मांग वन विभाग से की गई थी। लेकिन कोई एक्शन न लेने से किसानों में रोष है। फिलहाल अनेक किसानों के खेतो में कपास बीनने का काम और गेहंू, चने, ज्वार इन फसलों को पानी देने का काम शुरू है। परिसर में सप्ताह में तीन दिन रात के समय थ्री फेज बिजली आपूर्ति होने से किसानों को रात के समय
फसल को पानी देने के लिए जाना पड़ता है। लेकिन बाघ की दहशत के कारण किसानों को फसल को पानी देना कठिन हो गया है। रविवार 1 जनवरी को सुबह 1 बजे किसान गोटेफोडे के खेत के पास के पुल समीप पट्टेदार बाघ दिखाई दिया। बार-बार बाघ के दर्शन होने से परिसर के किसान दहशत है। इस समय उपस्थित किसानों ने वन परिक्षेत्र अधिकारी के नाम से निवेदन देकर दो दिनाें में इस बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की। ऐसा न किए जाने पर तीसरे दिन सभी किसान वन विभाग के कार्यालय के सामने अनशन करेंगे। यह चेतावनी भी ज्ञापन में दी गई। ज्ञापन देते समय किसान दिनकरराव गिरडे, प्रभाकर गिरडे, नूतन गिरडे, बाबाराव गुंड्डे, नंदलाल गुंड्डे, प्रवीण गुंड्डे आदि सहित अन्य किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Created On :   3 Jan 2023 6:03 PM IST