प्याज भंडारण मर्यादित करने पर किसान संगठन आक्रामक, नीलामी रोकी

Farmers organization aggressive on restricting onion storage, auction stopped
प्याज भंडारण मर्यादित करने पर किसान संगठन आक्रामक, नीलामी रोकी
प्याज भंडारण मर्यादित करने पर किसान संगठन आक्रामक, नीलामी रोकी

डिजिटल डेस्क, लासलगाव(नाशिक)।  केंद्र सरकार ने प्याज व्यापारियों के भंडारण पर नियंत्रण लादने के बाद शनिवार को लासलगांव मंडी समिति में दामों में गिरावट देखने को मिली। इसके बाद  महाराष्ट्र राज्य प्याज  उत्पादक किसान संगठन आक्रामक हो उठा। कार्यकर्ताओं ने प्याज की नीलामी रोकी। प्याज के भंडारण पर लगाये हुए निर्बंध तत्काल हटाने की मांग की।  

राज्य में लासलगाव सहित प्रमुख मंडी समितियों में प्याज के दाम नया कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। जिसे ध्यान में रखकर प्याज के दामों को नियंत्रित करने के लिये केंद्र सरकार ने निर्यातबंदी, व्यापारियों पर प्राप्ति कर विभाग की  छापेमारी व विदेशों से प्याज आयात करने का प्रयास किया। लेकिन इसका कोई फायदा नही हुआ। इसके बाद केंद्र सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने व्यापारियों पर प्याज भंडारण को लेकर निर्बंध लगाये। थोक व्यापारीयों को  25 टन व चिल्लर व्यापारियों को 2 दो टन प्याज का भंडारण करने की अनुमति होने संबंधी नोटिफिकेशन जारी किया।

शनिवार को लासलगाव  समिति में प्याज की निलामी शुरू होने के बाद प्याज के दामों में गिरावट देखने को मिली। इसके बाद  महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संगठन आक्रमक हो उठा।  केंद्र सरकार के  खिलाफ नारेबाजी की।  विदेशी प्याज आयात करने पर नाराजगी जताई।  साथ ही प्याज भंडारण पर लगाये गये निर्बंध तत्काल हटाने की मांग करते हुए व्यापक आंदोलन करने के संकेत संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले ने दिये। शनिवार को  लासलगाव मंडी समिति में 160 वाहनों से गर्मी के प्याज की1700 क्विंटल आवक हुई। जिसे न्यूनतम 5 हजार 800 रुपये , औसत 5300 रुपये व अधिकतम  1500 रुपये प्रति क्विंटल का दाम मिला। 

Created On :   24 Oct 2020 7:10 PM IST

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