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नरभक्षी बाघ का बंदोबस्त करने आक्रामक हुए किसान
डिजिटल डेस्क,आरमोरी (गड़चिरोली)। देसाईगंज वनविभाग के तहत आने वाले आरमोरी वन परिक्षेत्र के गांवों में नरभक्षी बाघ ने उधम मचा रखा है। अब तक 10 लोगों को बाघ ने अपना निवाला बनाया। वर्तमान में खरीफ सत्र के कृषि कार्य जारी है, लेकिन बाघ की दहशत के चलते कृषि कार्य प्रभावित होने लगे हंै। इसी कारण नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिए तहसील के किसान अब आक्रामक भूमिका लेने की तैयारी में है। बाघ का यथाशीघ्र बंदोबस्त न करने पर तीव्र चक्काजाम आंदोलन करने की चेतावनी किसानों ने वनविभाग के वनसंरक्षक डा. किशोर मानकर को भिजवाए ज्ञापन से दी है।
बता दें कि, बुधवार की सुबह आरमोरी तहसील के बोरीचक निवासी किसान सागर वाघरे अपनी पत्नी के साथ खेतों में बुआई कर रहे थे। इस समय अन्य खेतों में भी किसानों की संख्या काफी अधिक थी। इसी दौरान एक नरभक्षी बाघ ने सागर वाघरे पर जानलेवा हमला बोल दिया। इस हमले में उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। इस घटना से बोरीचक समेत क्षेत्र के गांवों में दहशत फैली हुई है। बारिश का मौसम शुरू होने के कारण किसान खेतों में पहुंचकर कृषि कार्य जुट गये हैं। लेकिन लगातार बढ़ रही दहशत के कारण अब किसान खेतों में जाने से कतराने लगे हंै। तहसील में अब तक नरभक्षी बाघ ने 10 लोगों का शिकार किया है। गुरुवार को रयत किसान संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप घोडाम ने बोरीचक गांव पहुंचकर मृत किसान सागर वाघरे के परिजनों को भेंट दी। इस समय मौजूद गांव के अन्य किसान वनविभाग की निष्क्रिय कार्यप्रणाली को लेकर रोष में दिखायी दिया। नरभक्षी बाघ का तत्काल बंदोबस्त न करने पर आरमोरी के वन परिक्षेत्र कार्यालय के समक्ष तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दिलीप घोडाम और गांव के किसानों ने दी है। इस समय बोरीचक ग्राम पंचायत के उपसरपंच किशोर मेश्राम समेत गांव के किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
वरोरा नाका पुलिया परिसर में दिखा बाघ!
चंद्रपुर.शहर के वरोरा नाका पुलिया समीप जिला कृषि कार्यालय परिसर में बाघ दिखने की चर्चा गुरुवार को चल रही थी। हालांकि वनविभाग के आरएफओ राहुल कारेकर ने कहा कि चर्चा सुनने पर टीम के साथ कृषि कार्यालय परिसर में सर्च किया किंतु बाघ या उसके पगमार्क नहीं दिखे। ऐहतिहात के तौर पर परिसर में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। चर्चा के अनुसार शहर के वरोरा नाका पुलिया परिसर की झाड़ियों में बाघ किसी मवेशी का शिकार करके अपना निवाला बना रहा था। यह चर्चा हवा की तरह फैलते ही वनविभाग की चंद्रपुर टीम ने संज्ञान लेकर परिसर में जांच पड़ताल की परंतु बाघ या पगमार्क दिखाई नहीं दिए।
Created On :   1 July 2022 4:03 PM IST