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नकली नक्सलियों ने मांगी 25 लाख की फिरौती
डिजिटल डेस्क, अहेरी (गड़चिरोली)। तहसील के गुड्डीगुड़म स्थित वी. एम. मतेरे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा सड़क और पुल निर्माणकार्य किये जा रहे हैं। इन कार्यों को करने के लिए कंपनी से फर्जी नक्सली बनकर 25 लाख रुपए की फिरौती लेने के मामले में जिला पुलिस विभाग की विशेष टीम ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की ओर से कुल 7 नकली राइफल समेत अन्य सामग्री जब्त की गयी है। गिरफ्तार आरोपियों में अहेरी तहसील के राजाराम खांदला निवासी मल्लेश मारय्या आऊलवार (24) और चेरपल्ली निवासी श्रीकांत सोमा सिडाम (20) का समावेश है। दोनों आरोपियों को गड़चिरोली कोर्ट ने आगामी 17 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए हंै।
मिली जानकारी के अनुसार, मतेरे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा तहसील में सड़क और पुल निर्माणकार्य किए जा रहे हैं। यह कार्य करने के लिए दोनों आरोपियों ने खुद काे फर्जी नक्सली बताकर 25 लाख रुपए की फिरौती की मांग की। तय तिथि के अनुसार 12 मार्च को मांगी गयी फिरौती देने का तय हुआ। लेकिन संबंधित कंपनी के अधिकारियों ने इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से शिकायत की। पुलिस विभाग की एक विशेष टीम को कार्रवाई का जिम्मा सौंपा गया। शनिवार की दोपहर तय समय के अनुसार, विभाग के दो पुलिस अधिकारी सिविल ड्रेस में जिमेला नाले के पास पहुंचे। इस समय नाला परिसर में मल्लेश और श्रीकांत दोनों उपस्थित थे। पुलिस अधिकारियों ने अपने आप को मतेरे इंडिया प्रा. लि. कंपनी के कर्मचारी होने का बताया, जिसके बाद दोनों आरोपियों ने पैसे की मांग की। इसी दौरान अन्य पुलिस कर्मचारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ अहेरी पुलिस थाने में धारा 387 व 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सोमवार 13 मार्च को दोनों आरोपियों को गड़चिरोली कोर्ट में पेश किया गया। जहां दोनों को आगामी 17 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखने के निर्देश कोर्ट ने दिए हंै। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल के मार्गदर्शन में पुलिस की विशेष टीम ने की।
यह है मामला
मतेरे इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा तहसील में सड़क और पुल निर्माणकार्य किए जा रहे हैं। यह कार्य करने के लिए आरोिपयों ने खुद को नक्सली बताकर 25 लाख रुपए की फिरौती की मांग की थी। तय तिथि के अनुसार 12 मार्च को मांगी गयी फिरौती देने का तय हुआ। लेकिन संबंधित कंपनी के अधिकारियों ने इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से शिकायत की। पुलिस विभाग की एक विशेष टीम ने यह कार्रवाई की।
Created On :   15 March 2022 3:46 PM IST