अभियंता चव्हाण और विंचुरकर ने दी गिरफ्तारी पूर्व जमानत अर्जी

Engineer Chavan and Vinchurkar gave pre-arrest bail application
अभियंता चव्हाण और विंचुरकर ने दी गिरफ्तारी पूर्व जमानत अर्जी
इमारत ढहने का मामला अभियंता चव्हाण और विंचुरकर ने दी गिरफ्तारी पूर्व जमानत अर्जी

{डिजिटल डेस्क, अमरावती।  प्रभात टॉकीज परिसर स्थित राजेंद्र लॉज की इमारत ढहने के मामले में मनपा के जोन नंबर 2 के उपअभियंता सुहास चव्हाण और शाखा अभियंता अजय विंचुरकर ने जिला न्यायालय में गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी दाखिल की। इन दोनों की अर्जी पर जिला न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को अपना पक्ष बुधवार 23 नवंबर को रखने के निर्देश दिए है। 

ज्ञात हो कि रविवार 30 अक्टूबर को प्रभात टॉकीज के पास राजेंद्र लॉज के नीचले माले की इमारत का स्लैब ढहने से पांच लोगों की मलबे में दबने से मौत हुई थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने राजेंद्र लॉज के मालिक समेत जो दुकान ढही उसके संचालक व लेबर ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया था। लेकिन नियम के अनुसार जर्जर इमारत हादसे से पूर्व गिराने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की रहती है और राजेंद्र लॉज की जर्जर इमारत का ऊपरी हिस्सा ढहाने से लेकर तो नीचले हिस्से की दुकानों को न गिराने में मनपा के जोन नंबर 2 के उपअभियंता सुहास चव्हाण और शाखा अभियंता अजय विंचुरकर की लापरवाही प्रखरता से सामने आ रही थी। इन दोनों संदेह के दायरे में आते ही दोनों ने मनपा में वैद्यकीय अवकाश की अर्जी डालकर दोनों फरार हो गए थे। कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच का दल कई बार इन दोनों के निवास तक भी जा पहुंचा। लेकिन वे घर को ताला लगाकर फरार हो गए थे।  इसी बीच दोनों ने जिला न्यायाधीश कोर्ट नंबर 2 मोड़क के न्यायालय में गिरफ्तारी पूर्व जमानत की अर्जी दाखिल की। जिस पर बुधवार 23 नवंबर को न्यायालय में सुनवाई होगी। 

पुलिस ने नहीं किया दोनों के खिलाफ मामला दर्ज
अतिक्रमण रहे या जर्जर इमारत उसे गिराने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की रहती है और प्रभात टॉकीज के पास राजेंद्र लॉज की जर्जर इमारत के मालिक को मनपा ने इसके पहले कई बार नोटिस दिए थे। किंतु नियम के अनुसार जर्जर इमारत की विद्युत आपूर्ति और पानी कनेक्शन बंद करने की जिम्मेदारी मनपा की रहती है। मनपा के जोन नंबर 2 के उपअभियंता चव्हाण और शाखा अभियंता विंचुरकर इन दोनों ने राजेंद्र लॉज का ऊपरी जर्जर हिस्सा गिराया। लेकिन उसका मलबा नीचले हिस्से के स्लैब पर जमा रखा और बारिश में भिगने के कारण उसका वजन बढ़ जाने से नीचली इमारत का स्लैब ढहने से पांच लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में प्राथमिक रूप से मनपा के अधिकारी ही जिम्मेदार रहते हुए कोतवाली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी और मनपा आयुक्त ने भी उन पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की।
 

Created On :   22 Nov 2022 3:13 PM IST

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