800 करोड़ की ब्लैक मनी मामले में ईडी के छापे

ED raids in 800 crore black money case
800 करोड़ की ब्लैक मनी मामले में ईडी के छापे
नागपुर 800 करोड़ की ब्लैक मनी मामले में ईडी के छापे

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  पंकज मेहाड़िया प्रकरण में 800 करोड़ से अधिक की ब्लैक मनी मामले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशaोालय (ईडी) ने 10 लोगों के 13 ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की, जिसमें 11 नागपुर और दो मुंबई के ठिकाने शामिल हैं। इसमें बड़ी मात्रा में कैश, ज्वेलरी सहित करोड़ों के लेन-देन वाली फाइलें मिली हैं। सुबह 6 बजे ईडी ने एक साथ छापे मारे, जिससे पूरे शहर के व्यापार जगत में हड़कप मच गया। पूरे मामले में ईडी नागपुर ने कई दिन पहले से प्लानिंग की थी। अधिकारी कम पड़े, तो मुंबई की टीम को भी बुलाया गया। करीब 35 लोगों की टीम ने यह कार्रवाई की। नागपुर ईडी के डिप्टी डायरेक्टर संजय बंगारतले टीम को लीड कर रहे थे। केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) के हथियारबंद जवानों के बंदोबस्त में यह कार्रवाई हुई।

कहां-कहां रेड हुई
ईडी ने रामदासपेठ में पंकज मेहाड़िया के बिगनेश इटरनिटी स्थित घर, कैनाल रोड रामदासपेठ स्थित गौरी हाइट्स में रहने वाले संदेश ग्रुप के रम्मू अग्रवाल, सिविल लाइंस में गोलछा मार्ग निवासी लोकेश जैैन, कार्तिक जैन के लोकेश मेटल्स, ग्रेट नाग रोड मोक्षधाम स्थित संजय अग्रवाल के सनविजय स्टील ऑफिस, वर्धमान अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अनिल पारेख के सदर गोलछा मार्ग स्थित आवास व सुरेश बाजोरिया के जगत प्लाजा स्थित घर, चंद्रा कोल के मालिक संजय अग्रवाल के कार्यालय सहित मुंबई में बाइब्रेंट ग्लोबल के मालिक विनोद गर्ग के घर और कार्यालय में छापे की कार्रवाई की गई।

कहां क्या मिला
सूत्रों के अनुसार कार्रवाई में सनविजय स्टील के मालिक संजय अग्रवाल के घर करीब 30 लाख से अधिक नकद और 10 करोड़ से अधिक की ज्वेलरी मिली है। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई जारी थी। सुरेश बाजाेरिया के यहां करीब 80 लाख से ज्यादा नकदी मिली है। रम्मू और दिलीप अग्रवाल के यहां करीब 20 लाख से ज्यादा नकदी, चंद्रा कोल के यहां करीब 40 लाख से अधिक की नकदी मिली है। मुंबई की कार्रवाई का देर रात तक ब्योरा आना बाकी था।

छापे की खबर लगते ही मुंबई से नागपुर पहुंचे रम्मू अग्रवाल
जब रम्मू अग्रवाल के घर ईडी के अधिकारी पहुंचे, तो शुरुआत में अधिकारियों से ही वहां मौजूद लोगों ने सवाल किए। जब उन्हें ईडी के अधिकारियों की सख्ती का अहसास हुआ, तो इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई। रम्मू सुबह मुंबई में थे और जैसे ही कार्रवाई का पता चला, तो वे दोपहर तक नागपुर पहुंच गए। ईडी ने उनसे कई तरह के सवाल किए और जानकारी मांगी है। संदेश ग्रुप पिछले कुछ वर्षों से जमीन, ले-आउट व बिल्डरशिप में हाथ आजमा रहा है। संंदेश ग्रुप ने इसमें बहुत ज्यादा निवेश किया है। संदेश ग्रुप में जो पैसा निवेश किया है, वह भी ईडी की नजर में आने की खबर है। संजय अग्रवाल की बुटीबोरी एमआईडीसी में रोलिंग मिल है। वह भी ईडी के निशाने पर आ गया है। स्टील की आड़ में जो ट्रांजेक्शन हुए, वह मनी लांडरिंग एक्ट के तहत आने का आरोप है। 

किसी दूसरे बाजोरिया के यहां पहुंच गई टीम : ईडी की टीम सुरेश बाजोरिया के जगत प्लाजा की जगह जगत टॉवर में चली गई। जिस घर में पहुंची वह घबरा गए। पहले वह सफाई देते रहे बाद में पता चला कि उन्हें जगत प्लाजा में जाना था। फिर सही जगह पहुंचकर छापमार कार्रवाई शुरू की।

ईडी के सवाल सुनकर पंकज मेहाड़िया ने रोना शुरू कर दिया
पूरे मामले की कहानी पंकज मेहाड़िया की कंपनी से शुरू हुई थी, जिसमें 800 करोड़ से अधिक की फर्जी एंट्री थी, जिसमें अधिकांश लोगों ने अपनी ब्लैक मनी को ह्वाइट करने के लिए किया था। जब ईडी की टीम उसके रामदास पेठ स्थिति घर पहुंची और पूछताछ शुरू की, तो पंकज ने दहाड़े मारकर रोना शुरू कर दिया। जब भी कुछ सवाल पूछे जाते, तो वह रोना शुरू कर देता।

कम्प्यूटर में मिली करोड़ों की एंट्री
 ईडी ने पंकज मेहाड़िया और लोकेश जैन, कार्तिक जैन के घर और कार्यालय की छानबीन में कम्प्यूटर और लैपटॉप में करोड़ों की एंट्री का डेटा मिला है, जिससे आगे जाकर बड़े खुलासे होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।

लोकेश, कार्तिक के यहां से फाइलें जब्त
पंकज मेहाड़िया के साथ लोकेश जैैन, कार्तिक जैन मुख्य पार्टनर हैं, जिन्होंने कई कंपनियांे में मिलकर इस 800 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दिया था। एफआईआर में भी उनका नाम है। ईडी के छापे में इनके कार्यालय से घोटाले से जुड़े महत्वपूर्ण रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।

घोटाले का हिसाब रखने वाले सीए के यहां भी मिलीं फाइलें : पंकज मेहाड़िया की फर्जी एंट्री का हिसाब रखने वाले सीए अनिल पारेख के पास सूत्रों के अनुसार ईडी को कई जानकारी से जुड़ी फाइलें मिली हैं। पंकज के मुख्य सलाहकार की भूमिका में पारेख का नाम आया था। हालांकि अधिकांश रिकॉर्ड यहां से पहले ही गायब कर दिया गया। 

अब आगे..कई लोगों पर आैर कार्रवाई होगी
पंकज मेहाड़िया के घोटाले में करीब 60 लोगों से अधिक की बड़ी एंट्री है, जिसमें कुछ की एंट्री अकेले 100 से लेकर 200 करोड़ की है। इसमें नागपुर के नामी नेता, वकील, सीए, व्यापारी और अधिकारी भी शामिल हैं। ईडी के सूत्रों के अनुसार अभी यह शुरुआती कार्रवाई है। धीरे-धीरे एक-एक कर इस मामले से जुड़े लोगों के खुलासे होंगे।
 

Created On :   4 March 2023 2:29 PM IST

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