आठ दिन के भीतर बदले गए यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलसचिव

Dr vinayak deshpande take charge of registrar nagpur university
आठ दिन के भीतर बदले गए यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलसचिव
आठ दिन के भीतर बदले गए यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलसचिव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी में कुलसचिव पद को लेकर जारी खींचतान जारी है। नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ.सिद्धार्थविनायक काणे ने डॉ.राजू हिवसे से कुलसचिव पद का प्रभार वापस लेकर पूर्व प्रभारी कुलगुरु और यूनिवर्सिटी के मौजूदा अधिष्ठाता डॉ.विनायक देशपांडे को प्रभारी कुलसचिव बनाया है। 

हैरानी भरी तात्कालिक व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि डॉ.नीरज खटी के इस्तीफे के बाद कुलगुरु ने 10 अप्रैल को वित्त व लेखा अधिकारी डॉ.हिवसे को कुलसचिव पद की कमान दी है। ऐसे एकाएक उनसे पदभार लेकर डॉ.देशपांडे को सौंपने के कुलगुरु के निर्णय पर यूनिवर्सिटी में हर कोई हैरानी व्यक्त कर रहा है। मामले में यूनिवर्सिटी  की ओर से कोई भी स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है। यूनिवर्सिटी  के माध्यम समन्वयक डॉ.श्याम धोंड ने कहा कि डॉ.हिवसे को सौंपा गया प्रभार तात्कालिक व्यवस्था थी। डॉ.देशपांडे को सौंपा गया प्रभार भी एक प्रकार की तात्कालिक व्यवस्था ही है। लेकिन कुलगुरु जैसा सर्वोच्च पद संभालने के बाद डॉ.देशपांडे को कुलसचिव का प्रभार सौंपने की मंशा को लेकर उन्होंने कोई भी बयान देने से मना कर दिया। 

अब तक का हाल
यूनिवर्सिटी  के स्थाई परीक्षा नियंत्रक और प्रभारी कुलसचिव डाॅ. नीरज खटी ने लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में केमेस्ट्री के शिक्षक के रूप में चयन होने के बाद अपने दोनों पदों से इस्तीफा दे दिया । 10 अप्रैल को यूनिवर्सिटी  ने उनकी जगह वित्त व लेखा अधिकारी डॉ. राजू हिवसे को कुलसचिव और उप-कुलसचिव डॉ. अनिल हिरेखण को प्रभारी परीक्षा नियंत्रक बनाया  था। अब यूनिवर्सिटी ने डॉ.देशपांडे कुलसचिव पद का प्रभार दिया है।  

विदर्भ के 11 जिलों में से एक में भी नहीं मिला परीक्षा का केंद्र
नागपुर को भले की मध्य भारत के शिक्षा के केंद्र के रूप में प्रचारित किया जाता हो, लेकिन शिक्षा क्षेत्र के कई मामलों में अब भी नागपुर और विदर्भ नजरअंदाज किया जाता है। इस साल बी.एड और एम.एड पाठ्यक्रमों के लिए कॉमन इंट्रेंस टेस्ट सेल प्रवेश परीक्षा लेगा, लेकिन इस संबंध में जारी अधिसूचना के मुताबिक परीक्षा के लिए नागपुर और विदर्भ के अन्य 10 जिलाें में से किसी में भी परीक्षा का केंद्र नहीं है। परीक्षा देने की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों को विदर्भ से बाहर पुणे, मुंबई और कोल्हापुर जैसे शहरों में जाकर परीक्षा देनी होगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सीईटी सेल के इस रवैये पर एतराज जताया है। इस संबंध में संगठन महानगर मंत्री वैभव बावनकर के नेतृत्व में  प्रतिनिधिमंडल ने नागपुर शिक्षा सहसंचालक डॉ.अर्चना नेरकर को निवेदन सौंप कर 10 दिनों के भीतर नागपुर और विदर्भ में परीक्षा के केंद्र स्थापित करने की मांग की है। वरना संगठन ने तीव्र आंदोलन करने का निर्णय लिया है। 

Created On :   19 April 2019 3:16 PM IST

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