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डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी में चेंकिंग के नाम पर उतरवाए गए छात्राओं के कपड़े
डिजिटल डेस्क, सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी में एक शर्मसार कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। इस यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में गंदा सेनेटरी पैड मिलने पर न सिर्फ छात्राओं की तलाशी ली गई, बल्कि इस दौरान उनके कपड़े भी उतरवा दिए गए। इस शर्मनाक घटना के बाद पीड़ित छात्राओं ने कुलपति को शिकायत की और पत्र लिखकर हॉस्टल वार्डन और आउटसोर्सिंग वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
यूज्ड सैनिटरी पैड मिलने पर वार्डन ने की चेकिंग
दरअसल, 24 मार्च को डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी के रानी लक्ष्मीबाई कन्या छात्रावास परिसर में इस्तेमाल किया हुआ गंदा सेनेटरी पैड मिला था। जिसके बाद हॉस्टल वार्डन और आउटसोर्सिंग वार्डन नाराज हो गईं। दोनों इस बाता का पता करने के लिए कि खुले में गंदा पैड किसने फेंका है, उन्होंने सारी छात्राओं के कमरों की तलाशी लेनी शुरू कर दी। इसके बाद एक-एक चेकिंग के नाम पर सभी के कपड़े उतरवाने शुरू कर दिए। खुद को असहाय पाते हुए छात्राओं को ऐसा करना पड़ा। इस घटना का छात्राओं पर गहरा प्रभाव पड़ा है। छात्राओं का कहना है कि वार्डन की इस तरह की हरकत से उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
छात्राओं ने की कुलपति से शिकायत
छात्राओं के एक ग्रुप ने इस घटना के संबंध में लिखित शिकायत देकर यूनिवर्सिटी कुलपति आरपी तिवारी को पहुंचाई। छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन और आउटसोर्सिंग वार्डन पर कार्रवाई की मांग भी की है। शिकात पर कुलपति ने भी मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने छात्राओं को आश्वासन दिया कि तीन दिनों के अंदर जांच पूरी कर ली जाएगी और दोषी पाए जाने पर दोनों वार्डनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। छात्राओं ने इस घटना के विरोध में हॉस्टल के गेट पर प्रदर्शन किया।
बता दें कि इस छात्रावास में करीब 40 छात्राएं रहती हैं। कुलपति आरपी तिवारी ने कहा, "यह घटना बेहद दुर्भाग्यवश और निंदनीय है। मैंने छात्राओं से हमेशा कहा है कि वे मेरी बेटियों जैसी हैं और मैं उनसे इस घटना के लिए माफी मांगता हूं।"
Created On :   26 March 2018 11:17 AM IST