चिकित्सक काम बंद हड़ताल पर उतरे, डामाडोल हुई अस्पताल की व्यवस्थायें

डिजिटल डेस्क, पन्ना। मध्य प्रदेश शासकीय/स्वाशासी चिकित्सक महासंघ के प्रांतीय आवाहन पर आंदोलनरत जिले के सरकारी अस्पतालों चिकित्सकों द्वारा सोमवार ०१ मई तथा मंगलवार ०२ मई को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए चिकित्सीय कार्य किया और संघ के निर्णय के अनुरूप जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्य करने वाले सभी चिकित्सक काम बंद करते हुए हड़ताल पर चले गए। चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने से सुबह ओपीडी शुरू होने के साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाओं पर असर पड़ा। जिला अस्पताल की ओपीडी में आयुष चिकित्सको के साथ ही एक, दो अनुबंधित चिकित्सकों द्वारा जिम्मेदारी संभाली। वार्डो में जो मरीज भर्ती है उनकी भी नियमित रूप से होने वाली जांच का कार्य प्रभावित नजर आया हांलाकि मानवता को देखते हुए हड़ताल में जाने वालें डॉक्टरों द्वारा सुबह वार्डो में राउण्ड करते हुए मरीजों को देखने का कार्य पूरा किया गया।
डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने पर जिले का स्वास्थ्य प्रबंधन काफी तनाव में नजर आया। जिला अस्पताल पन्ना में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत चार आयुष चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई इसके साथ ही साथ वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कुछ चिकित्सकों की आपातकालीन ड्यूटी भी लगाई गई जिससे किसी तरह से वैकल्पिक रूप से मरीजो की जांच और उपचार का कार्य चला। डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से ओपीडी में पहँुचने वाले मरीजों की संख्या भी काफी घटी नजर आई विभिन्न बीमारियों से पीडित मरीज जो कि ओडीपी अथवा अस्पताल के डॉक्टरों से चेकअप करवाते हैं डॉक्टर नहीं मिलने से उन्होंने अपनी जांच नहीं करवाई। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते बच्चा वार्ड, एसएनसीयू, आईसीयू आदि वार्डाे में भर्ती मरीज एवं उनके परिजन चिंताओं से घिरे रहे।
Created On :   4 May 2023 10:47 AM IST