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पुनर्वास का लिखित आश्वासन दें जिलाधिकारी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। घुग्घुस के अमराई वार्ड में जमीन के अंदर घर धंसने व परिसर प्रतिबंधित किए जाने के बाद 150 से अधिक परिवारों के पुनर्वसन का गंभीर प्रश्न निर्माण हो गया है। प्रशासन द्वारा परिवारों को घर किराया के रूप में 3 हजार रुपए दिए जाने थे, लेकिन पीड़ित परिवारों ने यह कहकर पैसे लेने से इनकार कर दिया कि, जब तक जिलाधिकारी, तहसीलदार द्वारा पुनर्वसन व घर निर्माण में सहायता करने का लिखित आश्वासन नहीं देते तब तक यहां से हटेंगे नहीं। दरम्यान प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना आंदोलन में वार्ड के नागरिक बैठे हैं। स्कूल भी खाली नहीं करवाया है।
बता दें कि, जहां यह घटना हुई, उसके नीचे दशकों पहले अंग्रेजों के जमाने की अंडरग्राउंड खदान थी। एक घर जमीन में धंसने के बाद अन्य कुछ घरों को दरारे आयीं है, जिससे परिसर से खतरे से कम नहीं है। जिससे नकोड़ा, घुग्घुस परिसर में दहशत है। घटना के बाद प्रशासन ने 160 परिवारों को स्कूलों में स्थानांतरित किया। इस बीच जिलाधिकारी की बैठक में स्थांनातरित किए परिवारों को आगे सुविधा होने तक पीड़ित परिवारों को 6 माह तक 3 हजार रुपए घर किराया देना तय हुआ। साथ ही प्रत्येक परिवार को मुख्यमंत्री सहायता निधि से 10 हजार रुपए आर्थिक मदद मिलेगी। दरम्यान गुरुवार को घुग्घुस के मुख्याधिकारी निधि वितरण करनेवाले थे, परंतु नागरिकों से राशि लेने से इनकार दिया। उनका कहना है कि, पुनर्वसन व घर का लिखित आश्वासन चाहिए, तब ही स्कूल खाली कर घर किराया की राशि लेंगे। जहां से प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया है, इसके सामने ही धरना आंदोलन शुरू किया है। प्रकल्पग्रस्त लोगों ने मांग की है कि, सभी को 1 हजार वर्ग फीट का प्लाॅट व घर निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की निधि दें।
क्वार्टर खाली करवाकर हमें दिए जाएं"
पीड़ित परिवारों ने यह भी मांग की है कि, वेकोलि के कई क्वार्टरों पर अवैध कब्जा हुआ है। क्वार्टरों को प्रशासन ने खाली करवाए और जब तक घरकुल योजना या अन्य योजना में उनके घर बनने तक उन्हें उन क्वार्टरों में रखा जाए। जानकारी के अनुसार यूनियन नेता, पुलिस, शिक्षक आदि द्वारा इंदिरानगर, सुभाष नगर, गांधी नगर, राजीव कालोनी, रामनगर, शास्त्री नगर में वेकोलि के बने क्वार्टर पर बड़े पैमाने पर कब्जा हुआ है। क्वार्टरों को अवैध कब्जे से मुक्त कराने को लेकर वेकोलि द्वारा पुलिस में शिकायत भी की जा चुकी है परंतु स्थिति जैसे थे है। इस घटना के बाद यह विषय फिर सामने आया है।
Created On :   2 Sept 2022 12:47 PM IST