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महाराष्ट्र-तेलंगाना सीमा के 14 गांवों के विवाद का हो निपटारा
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। आदिवासी बहुल दुर्गम जिवती तहसील के 14 गांव का सीमा विवाद आज तक हल नहीं हुआ है। इन गांव के नागरिक आज भी दोहरी नागरिकता में फंसे हैं। इनके पास महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्य के राशन कार्ड, वोटिंग कार्ड हैं और दोनों राज्य की सुविधा, रियायतों का लाभ उठा रहे हैं। वर्तमान में कर्नाटक और महाराष्ट्र का सीमा विवाद दिल्ली पहुंचा है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कर्नाटक विवाद के साथ ही महाराष्ट्र-तेलंगाना सीमा के इन गांवों का विवाद जो सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद भी शुरू है, 2024 के चुनाव से पूर्व इन मतदाताओं के नाम तेलंगाना राज्य की मतदाता सूची से हटाकर सदा के लिए समाप्त करें। यह अपील शेतकरी संगठन ने की है। जिवती तहसील के 14 गांव की कानूनी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सर्वोच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र के पक्ष में निर्णय दिया है।
अब तेलंगाना की मतदाता सूची से इन 14 गांव के मतदाताओं के नाम हटाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शहा और तेलंगाना के मुख्यमंत्री, चंद्रपुर और तेलंगाना के आदिलाबाद के सांसद, केंद्रीय निर्वाचन आयोग प्रतिनिधि, राजुरा और तेलंगाना के विधायक दोनों विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायकों की संयुक्त बैठक आयोजित कर 14 गांव के मतदाताओं के नाम 2024 चुनाव से पूर्व तेलंगाना की मतदाता सूची से सदा के लिए हटाएं। इसके बाद महाराष्ट्र-तेलंगाना की सीमा पर बसे जिवती तहसील के इन 14 गांवों का विवाद सदा के लिए समाप्त हो जाएगा। इसके लिए तत्काल कदम उठाएं और बैठक आयोजित कर समस्या का हल निकालने की मांग शेतकरी संगठन के वरिष्ठ नेता और 14 गांव के विवाद को विधानसभा और विविध आंदोलन के माध्यम से लगातार उठाने वाले पूर्व विधायक अधि. वामनराव चटप, जिला प्रमुख अरुण पाटील नवले, स्वतंत्र भारत जिलाध्यक्ष व पूर्व जिप सभापति नीलकंठ कोरांगे, शेतकरी महिला आघाड़ी जिलाध्यक्ष ज्योत्स्ना मोहितकर, स्वभाप महिला जिलाध्यक्ष पौर्णिमा निरंजने, युवा आघाड़ी अध्यक्ष अधि. श्रीनिवास मुसले, उपाध्यक्ष प्रा. नीलकंठ गौरकर, दादा नवलाखे, अधि. शरद कारेकर, जिवती तहसील प्रमुख शब्बीर जागीरदार, कार्याध्यक्ष सैयद इस्माइल, स्वभाप तहसील अध्यक्ष देवीदास वारे, तहसील उपाध्यक्ष गणेश कदम, युवा आघाड़ी अध्यक्ष रामेश्वर नामपल्ले, विनोद पवार, उद्धव गोतावले, अरविंद चव्हाण, श्रीनिवास वाघमारे, सुदाम राठोड़, रुख्माबाई राठोड़, रागिनी कांबले, विकास कुंभारे, नरसिंह हामने, मच्छिंद्र मानकर, तुकाराम शिडाम, प्रकाश शिंदे ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से की है।
Created On :   12 Dec 2022 2:24 PM IST