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स्कूल नहीं जाना था, गढ़ी अपने ही अपहरण की कहानी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । कक्षा 8वीं के एक छात्र पर मोबाइल और क्राइम शो का ऐसा असर हुआ कि उसने स्कूल न जाने के लिए अपने ही अपहरण की झूठी कहानी गढ़ डाली। पुलिस ने सारे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले, पर बच्चे द्वारा बताई गई सड़क पर ऐसी किसी वारदात के फुटेज नहीं मिले। संदेह होने पर पुलिस ने जब बच्चे से प्यार से पूछताछ की तो सारा सच सामने आ गया। बच्चे ने बताया कि उसे स्कूल नहीं जाना था इसलिए अपहरण की झूठी कहानी बना दी।
जानकारी के अनुसार बुधवार को शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल की कक्षा 8वीं का छात्र स्कूल न जाने की जिद कर रहा था। पिता ने डांट-फटकार लगाई तो वह घर से बाहर चला गया। घर से बाहर आते ही बच्चे ने अपने अपहरण के प्रयास की कहानी गढ़ ली। बच्चे ने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे मिठाई दी और उसका अपहरण करने का प्रयास करने का प्रयास किया। बच्चे की हालत देख अभिभावकों ने इसकी जानकारी शहर पुलिस थाने में दी। जानकारी के आधार पर शहर पुलिस थाने की अपराध शाखा के प्रमुख एपीआई जयप्रकाश निर्मले ने मामले को गंभीरता से लिया और सड़क के सभी कैमरों को खंगालना शुरू कर दिया। लेकिन जब बच्चे द्वारा बताई सड़क पर इस प्रकार की वारदात के कोई सबूत दिखाई नहीं दिए तो पुलिस को बच्चे पर संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को प्यार से समझाते हुए पूछताछ शुरू की। बच्चे ने बताया, ‘घर में मेहमान आने के कारण मैं स्कूल नहीं जाना चाहता था। इस बात को लेकर पिताजी ने जब मुझे डांट लगाई और मेरे हाथ से मोबाइल छीन लिया तो मैं नाराज होकर घर से बाहर चला गया। सड़क पर मैंने अपनी शर्ट फाड़ी और घर लौटकर अभिभावकों को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने मुझे मिठाई दी और मेरे अपहरण का प्रयास किया। लेकिन मैं उसके चंगुल से अपनी जान बचाकर भागकर घर भाग आया।’ बच्चे को भयभीत देख अभिभावक ने इसकी जानकारी शहर पुलिस को दी।
जुलाई में हो चुकी है ऐसी ही घटना
28 जुलाई को ऐसी ही एक घटना पडोली पुलिस थाना अंतर्गत क्षेत्र में सामने आई थी। जहां कक्षा पांचवीं के छात्र ने टीवी पर क्राइम स्टोरी देखकर अपने अपहरण का झूठी कहानी बनाई थी।
अभिभावक ध्यान रखें
आज के बच्चे तथा युवा मोबाइल, टीवी पर दिखाए जाने वाले क्राइम शो देखकर उनसे प्रभावित हो रहे हैं। अभिभावक बच्चों की हरकतों पर ध्यान दें। साथ ही बच्चों के साथ ज्यादातर प्यार से बर्ताव करें, जिससे उनके मन में इस तरह की कहानी बनाने का विचार न आए। -जयप्रकाश निर्मले, एपीआई, शहर पुलिस थाना
Created On :   29 Sept 2022 1:28 PM IST