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शराब दुकान शुरू करने का आदेश स्थगित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। दाताला मार्ग के जगन्नाथ बाबा मठ, डा. राम भारत के बाल अस्पताल समीप दुकान, श्रीकृष्ण टॉकीज समीप नागदेवता मंदिर परिसर की देसी शराब दुकान, जैन भवन समीप बिअर शॉपी वाइन शॉप समेत शहर में अनाधिकृत रूप से स्थानांरित हुई शराब दुकान, वाइन व बिअर शॉप को स्थगित करने की मांग को लेकर जनविकास सेना के अध्यक्ष पप्पू देशमुख के नेतृत्व में संतप्त नागरिकों ने राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के कार्यालय में दस्तक दी।
शराब दुकान को मंजूरी अथवा स्थानांतरण के लिए मनपा के सक्षम अधिकारी द्वारा दुकान अथवा इमारत निर्माणकार्य अधिकृत होने का दाखिला देना आवश्यक है परंतु शहर की किसी भी दुकान के लिए मनपा के सक्षम अधिकारी द्वारा दाखिला नहीं लिया गया, यह बात मनपा आयुक्त राजेश मोहिते ने राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के अधीक्षक पाटील को लिखे पत्र से स्पष्ट हुई है। जिससे शहर के सभी देसी शराब की दुकानों का स्थानांतरण, बिअर शॉपी, वाइन शॉप, परमिट रूम की मंजूरी नियमबाह्य होने के चलते सभी दुकानों को तत्काल स्थगिती देने की मांग को लेकर बुधवार को नागरिकों ने राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के कार्यालय पर दस्तक देकर अधीक्षक को ज्ञापन दिया। राज्य उत्पादन शुल्क विभाग चंद्रपुर के निरीक्षक व सहायक निरीक्षक तथा पुलिस विभाग के अधिकारी ने अनेक दुकान के संबंध में दी हुई रिपोर्ट संदेहास्पद है। इन रिपोर्ट की उच्चस्तरीय जांच कर सभी दोषी व भ्रष्ट अधिकारियों को जेल में भेजने की व्यवस्था करने की चेतावनी दी गई। इसके बाद राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के अधीक्षक संजय पाटील ने कार्यालय के बाहर आकर आंदोलनकर्ताओं का ज्ञापन स्वीकार किया। आंदोलन में संगठन के सदस्य तथा नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यालय में जबरन किया प्रवेश
शहर के शराब दुकान के विरोध में नागरिक एकजुट हुए हैं। विविध आंदोलन किए जा रहे हैं। दरम्यान नागरिक आंदोलन करने की जानकारी मिलते ही राज्य उत्पादन शुल्क विभाग कार्यालय के सामने पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त था। विभाग के बाहरी गेट पुलिस ने अंदर से बंद करवाया था। सभी आंदोलनकर्ता सड़क पर खड़े थे। मौका देखकर जन विकास सेना महिला आघाडी की अध्यक्षा मनीषा बोबडे आक्रमक हुई। पुलिस को न मानते हुए अपने सहयोगियों के साथ जबरन प्रवेश द्वार को धक्का देकर अंदर प्रवेश किया। महिला पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। लेकिन न मानते हुए कार्यालय के अंदर जाकर आंदोलन शुरू किया। नारेबाजी की गई। कार्यालय के बाहर ही कुछ समय के लिए डेरा डाला गया था।
Created On :   12 May 2022 2:51 PM IST