12 वर्ष में करोड़ों खर्च, फिर भी नहीं बन पाया तालाब का बगीचा

Crores spent in 12 years, yet the pond garden could not be built
12 वर्ष में करोड़ों खर्च, फिर भी नहीं बन पाया तालाब का बगीचा
अधर में विकास 12 वर्ष में करोड़ों खर्च, फिर भी नहीं बन पाया तालाब का बगीचा

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।  शहरवासियों को टहलने की सुविधा हो, इस उद्देश्य से चंद्रपुर मार्ग पर स्थित शहर के मुख्य तालाब परिसर में पिछले कुछ वर्ष पहले सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों की लापरवाही के चलते यह कार्य पूरी तरह बंद हो गया है। बता दें कि, इस कार्य पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च किए गए। इसके बाजवूद सौंदर्यीकरण का कार्य अधर में होने से करोड़ों रुपए पानी में जाने की बात कही जा रही है। फलस्वरूप संबंधित विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर सौंदर्यीकरण का कार्य तत्काल शुरू करें, यह मांग शहर के नागरिकों ने की है। यहां बता दें कि, गड़चिरोली के मुख्य तालाब के सौंदर्यीकरण के कार्य को वर्ष 2008-09 में मामा तालाब योजना अंतर्गत मंजूरी मिली थी। इस कार्य पर देखरेख की जिम्मेदारी जलसंपदा विभाग पर सौंपी गई। जबकि, यह समूचा कार्य नगर परिषद के तहत आरंभ किया गया था। तालाब सौंदर्यीकरण के कार्य का ठेका 4 ठेकेदरों को दिया गया। जिनके माध्यम से तालाब सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ किया गया। 2009 में तत्कालीन जिलाधिकारी के कार्यकाल में इस कार्य की शुरुआत की गई थी। अब तक जिले से पांच से अधिक जिलाधिकारियों का तबादला होने के बावजूद भी यह कार्य अधूरे स्थिति में है। 

Created On :   3 Jan 2022 2:58 PM IST

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