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खराब हुई मेयो की कोरोना जांच मशीन, शनिवार से एम्स में शुरू होगी जांच
डिजिटल डेस्क, नागपुर । इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के माइक्रोबायोलॉजी की मशीन दोपहर 12 बजे बिगड़ गई। मशीन बिगड़ने की वजह से जांच सारी जांचें लटक गईं। ऐसे में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नागपुर में जांच की जाएगी। एम्स को पिछले दिनों कोरोना की जांच के िलए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रोबॉयोलॉजी (एनआईबी) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की अनुमति मिल चुकी है।
जानकारी के अनुसार मेयो की माइक्रोबॉयोलॉजी की लैब में कोरोना की जांच करने वाली प्रमुख मशीन में तकनीकि खराबी आ गई है। तकनीकी खराबी को सुधारने के लिए पुणे से पार्ट्स के अलावा टेक्नीशियन आएंगे जिसके बाद ही उस मशीन पर दोबारा से कोरोना मरीजों के सैंपल की जांच की जा सकेगी। वहीं, बताया जा रहा है कि दूसरी छोटी मशीन पर जांच की जा रही है लेकिन मशीन छोटी होने की वजह से उस पर एक बार में सिर्फ 20 सैंपल की जांच की जा सकती है। वहीं, दूसरी ओर एम्स को जांच करने की अनुमति मिल चुकी है वहां एक बड़ी मशीन होने से एक बार में 90 सैंपल की जांच की जा सकती है। एम्स में शनिवार से जांच आरंभ होने की उम्मीद जताई जा रही है।
यह है स्थिति
शहर में सिर्फ मेयो में ही जांच होती है। एम्स में शनिवार से करने की तैयारी की जा रही है जबकि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) के अलावा महाराष्ट्र एनिमल एंड फिशरी कॉलेज एंड हॉस्पीटल (माफसू) में भी लैब आरंभ होने की उम्मीद है। मेयो पर नागपुर के अलावा विदर्भ के सभी जिलों के साथ ही मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सैंपल की जांच करने का दवाब है। इसी बीच शुक्रवार को वहां की मशीन खराब हो गई है। गुरुवार को करीब 250 सैंपल मेयो में जांच के िलए पहुंचे थे। मेयो में शुक्रवार को हुई जांचों में 15 सैंपल मरकज से संबंधित थे जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, 180 सैंपल मेयो से एम्स भेजने की तैयारी है।
इनका कहना है
मेयो में एक एक रियल टाइम पीसीआर मशीन शुक्रवार को सुबह दस बजे के आसपास खराब हो गईर् है। फिलहाल दूसरी मशीन पर जांच जारी है। एक मशीन के ब्रेकडाउन की वजह से शुक्रवार को 50 नमूनों की ही जांच हो पाई है। अस्पताल की तकनीकी टीम फोन पर निर्देश के अनुसार मशीन को शुरू करने के प्रयास में जुटी है। इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दे दी गई है। शहर में दूसरे केंद्रों पर जांच शुरू करने के प्रयास जारी हैं।-डॉ अजय केवलिया, अधिष्ठाता, मेयो
31 मार्च तक 897 नमूनों की जांच
मेयो में पहली बार जांच 5 मार्च को हुई थी। 30 मार्च को 101 और 31 मार्च को 99 नमूनों की जांच हुई थी। 31 मार्च तक कुल 897 नमूनों की जांच हो चुकी है।
निजी अस्पतालों से भी आ रहे हैं नमूने
इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल एंड रिसर्च की ओर से गाइडलाइन जारी कर वारयल न्यूमोनिया के हर मामले में कोविड-19 संक्रमण की जांच जरूरी कर दिए जाने के कारण विदर्भ, छत्तीसगढ़ और मप्र के कुछ इलाकों तक से निजी अस्पताल भी सैंपल जांच के लिए मेयो भेज रहे हैं।
Created On :   3 April 2020 8:21 PM IST