कोरोना पॉजिटिव का पार्थिव रिश्तेदारों को सौंपा, किया अंतिम संस्कार

Corona positive was handed over to relatives, cremated
कोरोना पॉजिटिव का पार्थिव रिश्तेदारों को सौंपा, किया अंतिम संस्कार
कोरोना पॉजिटिव का पार्थिव रिश्तेदारों को सौंपा, किया अंतिम संस्कार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद सतरंजीपुरा के बड़ी मस्जिद के पास के 68 वर्षीय निवासी का पार्थिव मंगलवार को दोपहर रिश्तेदारों को सौंप दिया। कोरोना पॉजिटिव की खबर शहर में आग की तरह फैल गई थी जिस वजह से मृतक का अंतिम संस्कार करने के लिए रिश्तेदार, मोहल्ला वाले कोई भी आगे आने के लिए तैयार नहीं हो रहा था। हालांकि प्रशासन और चिकित्सकों की समझाइश के बाद कुछ रिश्तेदार को तैयार कर लिया गया। मृतक के परिवारवालों को संपर्क में आने के कारण आइसोलेटेड किया जा चुका है।

इस प्रक्रिया को अपना गया
कोरोना संदिग्ध होने के कारण मरीज की मौत के बाद सबसे पहले उसके सिर को पैड से कवर किया गया। पैड से इसलिए कवर किया गया क्योंकि आंख, नाक, मुंह और कान को ढंका जाता है जिससे शरीर से यदि रिसाव होता है तो वह बाहर ना निकले उसके बाद शरीर पर कैमिकल लगाया गया और प्लॉस्टिक से ढंककर दोनों तरफ से बंद किया। उस पर सेनेटाइज डालकर उसको कपड़े से ढककर फिर उसे पार्थिक रखने वाले कवर में रखा गया। इसके बाद विशेष किट पहनने वालों ने उसे उठाकर रखा।

दोपहर 3 बजे मेयो से लेकर निकले। करीब दोपहर 3.30 बजे पार्थिव शरीर को लकड़गंज स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। वहीं बताया जा रहा है कि नियमों को ध्यान में रखकर कब्र में केमिकल का छिड़काव कर पार्थिव को रखकर एक बार फिर छिड़काव कर उसे मिट्टी से ढंक िदया गया। उसके बाद एक बार फिर केमिकल का छिड़काव किया गया और कब्रिस्तान कमेटी को उस कब्र की ओर आने-जाने पर रोकने को कहा है। वहीं, यह भी सलाह दी गई है कि कब्र को 12 साल के बाद ही खोलें। ऐसा इसलिए भी कहा गया है क्योंकि पार्थिव को प्लास्टिक आदि में लपेटा गया है जिससे उसे मिट्टी में मिलने में पर्याप्त समय मिल सके।

यह है मामला
सतरंजीपुरा स्थित बड़ी मस्जिद के पास के निवासी 68 वर्षीय को डायरिया के कारण शनिवार की रात को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में भर्ती किया गया था। लक्षणों के आधार पर मरीज को कोरोना संदिग्ध मरीज के वार्ड में भर्ती किया गया। उपचार के दौरान रविवार की रात को मरीज की मृत्यु हो गई। संदिग्ध मरीज होने के कारण मरीज की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। इसी बीच सोमवार को मरीज को कोरोना होने की पुष्टि हुई। कोरोना पॉजिटिव की खबर ने शहर में खलबली मचा दी। इसी के साथ मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों की तलाश चालू हो गई।

Created On :   7 April 2020 8:03 PM IST

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