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कोरोना : पॉजिटिव मरीजों में से 5 फीसदी को लगता है वेंटिलेटर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर में अब तक 16 मरीज कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। हालांकि इसमें से किसी भी मरीज को फिलहाल वेंटिलेटर की आवश्यकता नहीं पड़ी है। जानकारों का मानना है कि 100 पॉजिटिव मरीजों में से सिर्फ 5 फीसदी को वेंटिलेटर की जरुरत पड़ती है। वहीं, पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई) किट, मॉस्क, सेनेटाइजर की नियमित रूप से खरीदी की जा रही है। यह सभी जरुरत को ध्यान में रखकर ही दिए जा रहे हैं।
मेडिकल के आंकड़े
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में 86 वेंटिलेटर है जिसमें से 12 को कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए रखा गया है। जबकि प्रतिदिन करीब 40 से 50 पीपीई किट की जरुरत पड़ती है यह कोविड-19 ओपीडी, वार्ड नंबर 25 और पेईंग वार्ड में भर्ती मरीजों के संपर्क में आने वाले प्रत्येक डॉक्टर, नर्सेस और अन्य स्टॉफ काे दी जाती है। वहीं, मेडिकल में नियमित रूप से किट खरीदी जा रही थी हाल ही में 1500 किट खरीदने का दावा अस्पताल प्रबंधन कर रहा है। इसके अलावा सामान्य बाह्य राेगी विभाग (ओपीडी) में थ्री प्लाई के मॉस्क का उपयोग किया जाता है जो करीब 250 लग रहे है। जबकि एन-95 मॉस्क करीब 40 उपयोग में होते है। ऐसी ही स्थिति सेनेटाइजर की है। अस्पताल में जरुरत को समझकर सामान दिया जा रहा है। बहुत सी चीजें रोज जमा कर वितरित की जा रही है जिससे अतिरिक्त या कोई बड़ा स्टॉक नहीं है।
मेयो के आंकड़े
इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में 30 वेंटिलेटर है जिसमें 4 को कोरोना के लिए आरक्षित रखा गया है हालांकि किसी को भी अब तक जरुरत पड़ने की खबर नहीं है। यहां मरीज अधिक होने से करीब 70 से 80 किट लगती है। वहीं, एन-95 के मॉस्क करीब 100 से 150 लगते है। वहीं, सामान्य मॉस्क नियमित रूप से उपयोग में किए जा रहे है। मेयो में नियमित रूप से शासन से मिल रहे है और लोकल पर्चेज से मॉस्क खरीदे जा रहे है। वहीं, कई लोग नियमित रूप से मॉस्क और सेनेटाइजर दान भी कर रहे है। ऐसे में दोनों ही जगह काम चल रहा है लेकिन कोई बड़ा स्टॉक नहीं है
इनका कहना है
100 पाॅजिटिव मरीजों में से 85 फीसदी मरीज 4 से 6 दिन में रिकवर हो जाते है। वहीं, इसमें 10 फीसदी मरीज हाईरिस्क पर के रहते है जिनको निमोनिया की वजह से ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधा वाला वार्ड चाहिए होता है। जबकि 5 फीसदी को निमोनिया का प्रभाव अधिक होने के कारण उनको वेंटिलेटर की जरूरतत पड़ती है।
डॉ.कुश झुनझुनवाला, अध्यक्ष, आईएमए
मेयो-मेडिकल में हर दिन खरीद रहे पीपीई किट, मॉस्क, सेनेटाइजर
Created On :   3 April 2020 4:28 PM IST
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