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निधि के अभाव में इमारतों का निर्माण अटका
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले की 5 पंचायत समितियों की इमारतों का निर्माणकार्य अधूरा पड़ा है। वर्षों पहले बनीं इमारतें खस्ताहाल हो गई हैं। निधि के अभाव में निर्माणकार्य लड़खड़ा जाने से पुरानी इमारतों में काम चलाना पड़ रहा है। मौदा, हिंगना, कलमेश्वर, नागपुर और सावनेर पंचायत समिति की इमारतों का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। बताया जा रहा है कि कोरोना संकट में राज्य सरकार की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा जाने से निधि नहीं मिली है।
सरकार की तिजोरी खाली : जिले में 13 पंचायत समितियां हैं। तहसील स्तर पर उनकी अपनी इमारतें हैं। वर्षों पहले बनी पंचायत समिति की इमारतें खस्ताहाल हो गई हैं। जिला परिषद के लोकनिर्माण विभाग ने 5 पंचायत समितियों के निर्माणकार्य का ग्राम विकास विभाग को प्रस्ताव भेजा। उसे मंजूर भी किया गया। पहली किस्त 6 करोड़ 67 लाख रुपए की निधि जिला परिषद के लोकनिर्माण विभाग को प्राप्त हुई। निर्माणकार्य चालू किए गए। इस बीच कोरोना संकट आने पर सरकार की तिजोरी खाली हो गई। राज्य सरकार आर्थिक संकट में आ गई। इसका विकासकार्यों पर प्रतिकूल परिणाम हुआ है।
पत्र व्यवहार के बाद भी निधि नहीं लोकनिर्माण विभाग की ओर से लगातार पत्र व्यवहार करने पर भी पंचायत समितियों की इमारतों का निर्माणकार्य के लिए सरकार से निधि नहीं मिली। पांचों इमारतों का निर्माणकार्य अंतिम चरण में है, लेकिन पूरा नहीं होने से अधर में लटक गया है। जिला परिषद के लोकनिर्माण विभाग की ओर से लगातार पत्र व्यवहार करने पर भी ग्राम विकास विभाग की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने की सूत्रों ने जानकारी दी।
ठेकेदारों ने रोक दिया काम : पांचों पंचायत समितियों की इमारतें लगभग बन चुकी हैं। नागपुर में 3 मंजिली इमारत के लिए 3 करोड़ मंजूर किए गए। तीनों मंजिल बनकर तैयार है। फिनिशिंग होना बाकी है। ठेकेदार का 50-60 लाख रुपए बिल बकाया है, इसलिए काम रोक दिया गया है। पुरानी इमारत में पर्याप्त जगह नहीं रहने से 3 जगह से पंचायत समिति के विविध विभागों का कामकाज चल रहा है। काफी पुरानी हो चुकी इमारत जर्जर हो गई है। जान जोखिम में डालकर अधिकारी कर्मचारी उसी इमारत में काम कर रहे हैं।
Created On :   13 Sept 2021 4:05 PM IST