भाजपा को तोड़ने की कोशिश में अपना ही सदस्य गंवा बैठी कांग्रेस

Congress lost its own member in trying to break BJP
भाजपा को तोड़ने की कोशिश में अपना ही सदस्य गंवा बैठी कांग्रेस
अमरावती भाजपा को तोड़ने की कोशिश में अपना ही सदस्य गंवा बैठी कांग्रेस

विजय धामोरीकर , अमरावती। हिंदी में एक पुरानी कहावत है ‘गांव करे सो राव न करे’ इस कहावत को  चांदुर रेलवे पंचायत समिति के सभापति पद के लिए हुए चुनाव ने भाजपा और कांग्रेस ने सही साबित कर दिखाया। 6 सदस्यीय चांदुर रेलवे पंचायत समिति के चुनाव में कांग्रेस ने दो सदस्यों के बल पर सत्ता हासिल करने भाजपा के एक सदस्य को  बहला फुसलाकर अपने पक्ष में कर लिया। इसका नतीजा यह हुआ कि भाजपा ने कांग्रेस के सदस्य को 12 घंटे में विधिवत पार्टी में प्रवेश करवाकर उसे सभापति बनवा दिया। सोमवार 21 नवंबर से चांदुर रेलवे पंचायत समिति में शुरू हुआ यह राजनीतिक  ड्रामा कांग्रेस का सदस्य तोड़कर उसे पंचायत समिति का सभापति बनाने के बाद खत्म हो गया। 

राज्य में दो माह पहले जिस तरह भाजपा ने शिवसेना के एकनाथ शिंदे को सीधा गुवाहाटी ले जाकर महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया। कुछ इसी तरह का किस्सा मंगलवार को चांदुर रेलवे पंचायत समिति में दोहराया गया। छह सदस्यीय चांदुर रेलवे पंचायत समिति में कांग्रेस के अमोल हांडे आैर प्रशांत भेंडे यह दो ही सदस्य निर्वाचित हुए थे। वहीं भाजपा की सरिता देशमुख, श्रद्धा वर्हाडे, शुभांगी खंडारे और प्रतिभा डांगे यह चार सदस्य ढाई वर्ष पहले हुए चुनाव में निर्वाचित हुए थे। भाजपा के चार सदस्य रहने से यहां भाजपा की निर्विवाद सत्ता थी। लेकिन ढाई वर्ष के बाद फिर से पंचायत समिति सभापति का चुनाव आया। तब कांग्रेस ने अपना सभापति बनाने की रणनीति बनाई और भाजपा की पूर्व उपसभापति शुभांगी अमोल खंडारे को अपने पक्ष में कर लिया। अब कांग्रेस के पास तीन और भाजपा के  पास तीन सदस्य रहने से मंगलवार को ईश्वर चिट्‌ठी के जरिए सभापति का चुनाव करवाने के प्रयास हुए। लेकिन भाजपा ने काफी समय तक शुभांगी खंडारे को फिर से भाजपा में लाने की दिशा में प्रयास तेज कर दिए। लेकिन जब भाजपा शुभांगी खंडारे को भाजपा में वापस लाने तैयार नहीं हुई तब धामणगांव के विधायक प्रताप अडसड ने अचानक अपनी राजनीतिक चाल बदली और कांग्रेस के सदस्य प्रशांत भेंडे को सभापति बनाने का वचन देकर उनका अधिकृत भाजपा में प्रवेश करवाया और सभापति पद की माला उनके गले में डलवा दी। इस तरह चांदुर रेलवे पंचायत समिति के चुनाव में भाजपा को तोड़ने के चक्कर में कांग्रेस अपना एक सदस्य खो बैठी और आगामी ढाई वर्ष तक इस पंचायत समिति पर अपना सभापति बनाने का कांग्रेस का सपना अधूरा रह गया।  
 

Created On :   23 Nov 2022 2:40 PM IST

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