कड़े नियम लागू हाेने से पहले पूरा करें टीकाकरण

Complete vaccination before strict rules come into force
कड़े नियम लागू हाेने से पहले पूरा करें टीकाकरण
जिलाधिकारी के आदेश  कड़े नियम लागू हाेने से पहले पूरा करें टीकाकरण

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। मुंबई व देश के अनेक हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच जिलाधिकारी नयना गुंंडे ने समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नागरिकों को कोरोना के पूरे डोज लेना जरूरी है। जिन नागरिकों ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लिया है, वह दूसरा तथा जिन्होंने दोनों डोज ले लिए हैं, वे बूस्टर डोज लगवाएं। अपने घर के बच्चों का टीकाकरण समय पर पूरा हो इसका भी ध्यान रखें। 

कोरोना को हलके में न लेकर नागरिकों को टीकाकरण की ओर ध्यान देने का आह्वान जिलाधिकारी नयना गुंडे एवं जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल पाटिल ने किया है। दोनों अधिकारियों ने यह आह्वान टीकाकरण की समीक्षा बैठक, जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक होने के बाद किया। गुरुवार 9 जून को आयोजित समीक्षा बैठक में जिले की कोरोना परिस्थिति की समीक्षा ली गई। बैठक में टास्क फोर्स के सदस्यों के साथ ही जिला शल्य चिकित्सक डा. अमरीश मोहबे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेड़े, अतिरिक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन कापसे, तिरोड़ा उपजिला अस्पताल के अधीक्षक चिकित्सा अधिकारी डा. हिम्मत मेश्राम सहित सभी तहसील स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि 1 जून से हर घर दस्तक नामक टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है, जो 31 जुलाई तक जारी रहेगा। 12 वर्ष से अधिक आयु के हर बच्चे से लेकर वयस्क नागरिकों तक को डोज देने के लिए टीकाकरण टीम घर तक पहुंच रही है। बैठक में नागरिकों से किसी भी प्रकार की अफवाह पर विश्वास न करते हुए टीकाकरण कराने का आह्वान किया गया। स्थिति को देखते हुए हर घर दस्तक अभियान के तहत जिले में अधिक तेजी से सर्वे, स्वास्थ्य जांच एवं समुपदेशन किया जाएगा। 

कोरोना की संभावित लहर से सुरक्षित रहने के लिए संपूर्ण टीकाकरण करने का आह्वान जिलाधिकारी ने किया। जिन गांवों के ग्रामीण टीकाकरण का विरोध कर रहे हैं, उन गांवों में भेंट देकर नागरिकों का भ्रम दूर करने का प्रयास करना चाहिए।  जिप के सीईओ अनिल पाटील ने कहा कि कोरोना का कोई भी लक्षण दिखाई पड़ने पर कोरोना टेस्ट करने एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा, महिला व बालविकास, ग्राम पंचायत, नगर परिषद एवं पुलिस विभाग को सहयोग देकर टीकाकरण अभियान को सफल बनाने का प्रयास करना चाहिए। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितीन वानखेडे ने कहा कि हर घर दस्तक अभियान के दूसरे चरण में 12 से 14 एवं 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण प्राथमिकता से किया जाना चाहिए। बैठक मंे यह भी कहा गया कि कोरोना पॉजिटीव मिलने के बाद भी अब तक किसी भी मरीज को जबरन अस्पताल में भरती नहीं कराया गया है। होम आयसोलेशन में रहकर ही वे अपना उपचार करा सकते है। इसलिए पॉजिटीव आने के बाद भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। स्कूल शुरू होने के बाद हर विद्यार्थी का टीकाकरण हुआ है अथवा नहीं इसकी जानकारी शालाओं को स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा गया है। शालाएं शुरू होने के बाद यह अभियान और तेज किया जाएगा
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Created On :   10 Jun 2022 5:04 PM IST

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