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पर्यावरण के अनुकूल जीवन और विकास के प्रति कटिबद्ध
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। मानव जीवन में वनों का विशेष महत्व है और हमें जल, जंगल और भूमि जैसे प्राकृतिक तत्व बड़े पैमाने पर मिले हैं। प्रकृति के चक्र में बाघ, शेर और वन्य जीवन का भी महत्वपूर्ण स्थान है। हम प्रकृति के संतुलन को बनाए रखते हुए विकास के क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए पर्यावरण पूरक जीवन पद्धति का अवलंब कर बुनियादी विकास के लिए कंेद्र सरकार काम कर रही है। यह प्रतिपादन केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया। वे राष्ट्रीय बाघ दिवस पर वन अकादमी, चंद्रपुर में आयोजित एक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, विधायक किशोर जोरगेवार, राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण के सचिव और अतिरिक्त महानिदेशक एस.पी. यादव, अतिरिक्त महानिदेशक (वन्यजीव) विबाश रंजन, महाराष्ट्र के मुख्य वन बल डॉ. वाईएलपी राव, महाराष्ट्र के मुख्य वन संरक्षक सुनील लिमये, अमित मलिक और अन्य उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, दुनिया के 75 फीसदी बाघ भारत में सुरक्षित हैं। वर्तमान में देश में 52 बाघ संरक्षण परियोजनाएं हैं और इनमें से 17 परियोजनाओं को अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त है। इसका श्रेय वन विभाग के साथ-साथ जंगल के आसपास रहने वाले लोगों को भी जाता है। हम पर्यावरण परिवर्तन के संबंध में नए शोध और अवधारणा लेकर वन क्षेत्रों की रक्षा करना चाहते हैं। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, जैव विविधता अधिनियम, वन अधिकार अधिनियम को लेकर केंद्र सरकार काफी काम कर रही है। विश्व की तुलना में भारत की जनसंख्या लगभग 17 प्रतिशत है और हमारे देश में कार्बन उत्सर्जन दर 4 प्रतिशत है। जबकि हमसे कम जनसंख्या वाले देशों में कार्बन उत्सर्जन दर 60 प्रतिशत के करीब है। यादव ने कहा कि, वनवासियों के बिना वनों की सुरक्षा संभव नहीं है। इसलिए इन लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए पर्यावरण एवं वन विभाग द्वारा वन अधिकार अधिनियम के तहत अच्छा कार्य किया जा रहा है। वन्य जीवों की रक्षा के लिए वन विभाग को मैदान में उतरना चाहिए। साथ ही स्थानीय लोगों को लेकर पर्यावरण की रक्षा करना भी जरूरी है।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी अजय गुल्हाने, पुलिस अधीक्षक अरविंद सालवे, चंद्रपुर वन प्रमंडल के मुख्य वन संरक्षक प्रवीण लोणकर, ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक जितेंद्र रामगांवकर, बफर जी. गुरु प्रसाद, ब्रम्हापुरी वन विभाग के उप संरक्षक जितेश मल्होत्रा सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। मुख्य वन संरक्षक सुनील लिमये ने कार्यक्रम की शुरुआत की। संचालन श्वेता शेलगांवकर ने और आभार अमित मलिक ने माना। कार्यक्रम की शुरुआत में परेड का आयोजन किया गया और राष्ट्रगान गाया गया।
Created On :   30 July 2022 6:06 PM IST