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25 मिनट बादल फटने जैसी स्थिति, 2 घंटे मेें गरज के साथ 72 मिमी बरसे मेघ

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। शुक्रवार रात हुई तेज बारिश के चलते सुखना नदी में बाढ़ आ गई। इसके चलते पानी के घरों में घिरे नूर कालोनी, कबाड़ीपुरा आदि क्षेत्रों के सैकड़ों नागरिकों को दमकल विभाग ने सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला। नारेगांव, चिकलथाना क्षेत्रों में भी जलजमाव हो गया। तेज वर्षा का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि 25 मिनट बादल फटने जैसी स्थिति निर्माण हो गई और 2 घंटे मेें 72 मिमी बारिश दर्ज की गई।
शुक्रवार की रात 3 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुई बारिश देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। बिजली की गरज के साथ कड़ाके साथ बारिश शुरू हुई। 3 बजकर 38 मिनट से लेकर 4 बजकर 3 मिनट तक बारिश बादल फटने जैसा बरसी।इस दौरान मौसम विभाग ने 118 मिमी प्रति घंटा की रफ्तार से बारिश रिकार्ड की। कुल मिलाकर 3 बजकर 35 मिनट से लेकर 5 बजकर 55 मिनट तक जोरदार बारिश हुई। इस दौरान 78.2 मिमी बारिश रिकार्ड दर्ज की गई। मूसलाधार बारिश का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले 25 मिनट में बारिश की रफ्तार 118 प्रति घंटा थी। गुलाब आंधी तूफान के बाद यह तीसरा अवसर है जब गरज के साथ मेघ जमकर बरसे हो।
मंगलवार की तूफानी बारिश को लोग उभर ही नहीं पाए थे कि शनिवार की देर रात बादल फूटने जैसी बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में हाहाकार मच गया था। गरज के साथ बिजली के भय से नालों के किनारे और निचले इलाकों में भय का माहौल था। सुबह 7 बजे तक चली बारिश ने पुरे शहर को झरझोक कर रख दिया। दमकल विभाग को लगातार कॉल्स प्राप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई है।
जानकारी अनुसार तड़के हुई तूफानी बारिश के कारण हर्सूल परिसर के सुखना नदी में बाढ़ के कारण नारेगांव, चमचम नगर, चिकलथाना परिसर के घरों में पानी जमा हो गया। शहर के नालों में बाढ़ की स्थिति निर्माण हो गई थी। नूर कालोनी, कबाड़ीपुरा के घरों में पानी जमा होने के चलते दमकल विभाग के जवानों ने नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया। उधर, नागरिकों की परेशानी उस समय और बढ़ गई, जब बारिश शुरू हाेते ही कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। बिजली की आंखमिचौली का सिलसिला सुबह 10 बजे तक जारी रहने से लोग हैरान-परेशान हो गए थे।
फाेटो संलग्नित
Created On :   2 Oct 2021 8:00 PM IST