सीजेआई रमण ने तिरुमला मंदिर के प्रसिद्ध पुजारी डॉलर शेषाद्री को दी श्रद्धांजलि

CJI Raman pays tribute to famous priest of Tirumala temple Dollar Seshadri
सीजेआई रमण ने तिरुमला मंदिर के प्रसिद्ध पुजारी डॉलर शेषाद्री को दी श्रद्धांजलि
भारत सीजेआई रमण ने तिरुमला मंदिर के प्रसिद्ध पुजारी डॉलर शेषाद्री को दी श्रद्धांजलि
हाईलाइट
  • हृदय गति रुकने से पुजारी का हुआ निधन

डिजिटल डेस्क, तिरुपति । भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन.वी. रमण ने मंगलवार को तिरुमला मंदिर के प्रसिद्ध पुजारी पाला शेषाद्री को श्रद्धांजलि दी, जिन्हें डॉलर शेषाद्री के नाम से जाना जाता है। उनका अंतिम संस्कार मंदिर शहर में किया गया। दिल्ली से रेनीगुंटा हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद प्रधान न्यायाधीश गाड़ी से सीधे डॉलर शेषाद्री के घर पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के विशेष कर्तव्य अधिकारी  का सोमवार को विशाखापत्तनम में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। सीजेआई ने कहा कि वह डॉलर शेषाद्री के बिना तिरुमला की कल्पना नहीं कर सकते। उन्होंने शेषाद्री के निधन को अपने और उनके परिवार के लिए एक बड़ी क्षति करार दिया। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने याद किया कि उनके साथ उनका 25 साल पुराना जुड़ाव था।

उन्होंने कहा कि जब भी वह या उनके परिवार के सदस्य तिरुमला में दर्शन के लिए आते थे। डॉलर शेषाद्री मुस्कुराकर उनका अभिवादन करते थे और अनुष्ठान करने में उनकी मदद करते थे। सीजेआई ने कहा मुझे दुख होता है कि मैं उन्हें दोबारा नहीं देख पाऊंगा। न्यायमूर्ति रमण ने कहा कि डॉलर शेषाद्रि भगवान वेंकटेश्वर के सबसे प्रिय भक्त थे और श्रीवारी की सेवा में अंतिम सांस लेने के लिए भाग्यशाली थे।

डॉलर शेषाद्री कार्तिका दीपोत्सव में शामिल होने के लिए विशाखापत्तनम में थे। इस बीच उनका अंतिम संस्कार सत्य हरिश्चंद्र वैकुंठधामम में किया गया। उनके भाई रामानुजम ने अंतिम संस्कार किया। इससे पहले शेषाद्री की अंतिम यात्रा उनके आवास से शुरू हुई। टीटीडी के अध्यक्ष वाई.वी. सुब्बा रेड्डी, विधायक भूमा करुणाकर रेड्डी, चेविरेड्डी भास्कर रेड्डी, राज्य सरकार के सलाहकार अजय कल्लम और अन्य ने शेषाद्री को अंतिम विदाई दी।

शेषाद्री 1978 से प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर की सेवा कर रहे थे। हालांकि उन्होंने 31 जुलाई, 2006 को सेवानिवृत्ति प्राप्त की लेकिन लगातार सरकारों ने ओएसडी के रूप में उनका कार्यकाल बढ़ाया था। मंदिर के इतिहास और सभी अनुष्ठानों से अच्छी तरह वाकिफ रहने वाले शेषाद्री टीटीडी में सबसे प्रमुख व्यक्ति थे, जो दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर के मामलों का प्रबंधन करता है। जब भी कोई वीआईपी मंदिर में आता था तो शेषाद्री की उपस्थिति अनिवार्य मानी जाती थी।

 

(आईएएनएस)

Created On :   1 Dec 2021 12:00 AM IST

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