चारगांव बांध ओवरफ्लो, खोलने पड़े इरई डैम के दो गेट

Chargaon dam overflow, two gates of Irai Dam had to be opened
चारगांव बांध ओवरफ्लो, खोलने पड़े इरई डैम के दो गेट
अच्छी बारिश चारगांव बांध ओवरफ्लो, खोलने पड़े इरई डैम के दो गेट

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। विगत दिनों वरोरा तहसील में जोरदार बारिश होने के कारण चारगांव बांध का जलस्तर बढ़ने से बांध ओवरफ्लो हो गया। ऐसे में वहां का पानी इरई डैम में आने व यहां का जलस्तर बनाए रखने डैम के 1 व 7 नंबर के दरवाजे रविवार की सुबह 0.25 मीटर से खोले गए हंै। जानकारों के अनुसार पानी कम पैमाने पर छोड़े जाने के कारण फिलहाल कोई चिंता की बात नहीं है, जिससे प्रशासन द्वारा किसी प्रकार सतर्कता की चेतावनी नहीं दी गई है। वर्तमान स्थिति में इरई डैम का जलस्तर 207.0 मीटर है।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष अब तक 68 प्रतिशत बारिश हुई है। यह बारिश पिछले वर्ष की तुलना में 10.8 प्रतिशत अधिक है। 

ज्ञात हो कि, कुछ दिनों पूर्व हुई निरंतर बारिश के कारण जिले में बाढ़ आ गयी थी, जिससे जिले में बड़े पैमाने पर खेती, मकान, पशु, जानमाल की हानी हुई थी। इस बड़े संकट के कारण नागिरकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बाढ़ से जिले का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया था। लगभग 3 से 4 दिन रही इस बाढ़ से नागरिकों को थोड़ी राहत मिली थी कि अचानक पुन: वर्धा बांध के दरवाजें खोले जाने से फिर बाढ़ आयी, जिसमें निचले इलाकों में पानी भर गया था। इसी के साथ कई क्षेत्र की कृषि भूमि पानी में डूब गई। इस बाढ़ से कई गांवों का संपर्क टूट चुका था। अब कुछ दिनों से बारिश रुक जाने से लोग अपने खेत को संवारने के साथ अपने आशियाने को ठीक करने में लगे थे। ऐसे में फिर चारगांव बांध ओवर फ्लो हो गया,  जिससे उसका पानी इरई बांध में जमा होने लगा। इरई बांध का जलस्तर मेंटेन रखने के लिए सीएसटीपीएस द्वारा रविवार को बांध के 1 व 7 नंबर के दरवाजे 0.25 सेमी से खोल दिए गए। इस बाढ़ से जिले में लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत होने की जानकारी है।

जिले में आयी बाढ़ के कारण कृषि भूमि  का बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों के खेतों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई, जिससे वे संकट में आ गए। जिले की हजारों हेक्टयर खेती पूरी तरह प्रभावित हुई है। इसी के साथ जिले में 1 हजार 329 मकान व गौशालाओं का भी नुकसान हुआ है। इस बाढ़ का असर पशुओं पर अधिक हुआ, बाढ़ के कारण जिले के 40 पशुओं की मौत होने की खबर आयी है। किसानों का खेती का नुकसान सहित पशुआंे तथा गौशाला का नुकसान होने से वे ़ संकटों का सामना कर रहे हंै। प्रशासन द्वारा बाढ़ क्षेत्र का दौरा कर पंचनामा करने का सत्र शुरू है। नेताओं ने क्षेत्रों का जायजा लिया। लेकिन अब तक किसी भी किसान को मुआवजा नहीं मिलने की बात भी कही जा रही है, जिससे किसानों को  कई मुसीबताें का सामना करना पड़ रहा है। 
 

Created On :   1 Aug 2022 12:37 PM IST

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