स्थानीय स्तर की समस्याओं से बचते हुए केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं ही गिना रहे जनप्रतिनिधि
विकास यात्रा में शामिल होने वाले विधायक व जनप्रतिनिधियों का भाषण में ज्यादा समय केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को गिनाने में ही बीत रहा है। केंद्र सरकार की उज्जवला योजना से लेकर पीएम आवास, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान योजना सहित राज्य सरकार की बहना योजना, पेसा एक्ट व स्व सहायता समूहों को मिलने वाले अनुदान सहित अन्य योजनाएं भाषण का प्रमुख अंश है। खासबात यह है कि विकास यात्रा के इन कार्यक्रमों में गांव के लिए जरुरी विकास कार्यों पर चर्चा नहीं हो रही है। गांव के लोग किसी समस्या को सामने भी लाएं तो बचकर निकलने की कोशिश हो रही है। रविवार को जिले के तीनों विधानसभा में विकास यात्रा निकाली गई। जयसिंहनगर विधानसभा के ग्राम मझगवां में विधायक जयसिंह मरावी, मनोज आर्मो ने कन्या पूजन का विकास यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। योजनाओं की जानकारी दी। ग्रामीणों की समस्या सुनी। जैतपुर विधानसभा के रामनाकनहेर में विधायक मनीषा सिंह ने कन्या पूजन कर विकास यात्रा का शुभारंभ किया। विकास यात्रा को जिंदगी बदलने का अभियान बताया। ब्यौहारी विधानसभा के ग्राम बराछ में विधायक शरद कोल ने लोगों की समस्याए सुनी और निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों को पेसा एक्ट के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट के तहत जनजाति वर्ग के लोगों को अधिसूचित क्षेत्रों में जल, जंगल, जमीन का अधिकार दिया गया है।
मंच तक शिकायत नहीं पहुंचे, इसकी पहले से तैयारी
विकास यात्रा में कोई भी ग्रामीण समस्या लेकर मंच तक नहीं पहुंचे, इसके लिए पहले से तैयारी की जाती है। गांव में जिसे भी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उनके घर पहुंचकर बता दिया जाता है कि जल्द लाभ मिलेगा। बस विकास यात्रा में समस्या नहीं बताएं। इसे ऐसे समझें कि ग्राम नरवार में आयोजित विकास यात्रा में बैठे हीरालाल ने बताया कि बरसात में बारिश से घर गिर गया था। गांव में सचिव व पटवारी को जानकारी दी पर 6 माह बाद भी राहत राशि नहीं मिली।
विरोध में लगाए नारे
ब्यौहारी में अस्पताल है पर डॉक्टर नहीं की बात कहते हुए विकास यात्रा के विरोध में नागरिकों ने नारे लगाए। काले झंडे दिखाए। विकास यात्रा का विरोध ग्राम पंचायत बरहा में भी हुआ।
Created On :   21 Feb 2023 3:59 PM IST