एसीसी के कोल डिपो से निकलती है कार्बन मोनोऑक्साइड गैस

Carbon monoxide gas comes out from ACCs coal depot
एसीसी के कोल डिपो से निकलती है कार्बन मोनोऑक्साइड गैस
स्वास्थ्य खतरे में एसीसी के कोल डिपो से निकलती है कार्बन मोनोऑक्साइड गैस

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  नकोड़ा स्थित एसीसी कंपनी के नए-नए मामले उजागर हो रहे हैं। आए दिन विवादों में रहने वाली एसीसी कंपनी हजारों टन कोयला स्टॉक रखती है। ऐसे में कोल डिपो से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलने के कारण स्कूली बच्चों के साथ परिसर में रहनेवाले नागरिकों के स्वास्थ्य पर असर हो रहा है। कई बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, साथ ही स्किन एलर्जी जैसी बीमारियों से कई बच्चे त्रस्त हैं। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता विनेश कलवल ने कहा कि, संबंधित अधिकारियों ने सख्त   कार्रवाई कर कंपनी पर अपराध दर्ज करना चाहिए। क्योंकि कई वर्षों से लाखों टन कोयला 12 महीने स्टॉक में रहता है, जिससे कोयला हमेशा जलता रहता है। बारिश के समय पानी की वजह से धुआं व बदबू आसपास के क्षेत्र में ज्यादा फैलती है।  खासकर माउंट कान्वेंट स्कूल, सरस्वती विद्या, मंदिर तेलुगु स्कूल के बच्चों के स्वास्थ्य पर असर होता है। स्कूलों में 4 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक के हजारों बच्चे पढ़ते हैं। कोयले से निकलती गैस से बच्चों को सांस लेने में तकलीफ होती है। वहीं अन्य बीमारियां होने से कोई नहीं रोक सकता। इसलिए कंपनी का कोल डिपो हटाया जाए अन्यथा स्कूल दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उन्होंने की।  बता दंे कि, विगत दिनांे ही आम आदमी पार्टी ने एसीसी कंपनी के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत की थी। 

कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की शिक्षाधिकारी से लगायी गुहार
परिसर की 3 शालाओं के विद्यार्थियों की स्वास्थ्य जांच कर एसीसी चांदा सीमेंट कंपनी पर अपराध दर्ज करने की मांग को लेकर राकांपा महासचिव सुरेश पाईकराव ने शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। यहां बताया कि, कंपनी परिसर में ही माउंट कान्वेंट हाईसेंकेंडरी स्कूल, तेलुगु हाइस्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर है। शाला से सटकर ही 10 से 20 फीट पर ए. सी. सी कंपनी का कोल यार्ड है। वहां कोयला हमेशा जलते रहता है। इस कारण कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस निकलती है। इसका हजारों विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर असर हो रहा है। ए. सी. सी कंपनी के मशीनों की आवाज से बच्चों को कम सुनाई देता है। ऐसे में अब एसीसी कंपनी ने नया खेल रचते हुए किलन में जलाने के लिए बाहरी शहर से खराब कचरा, प्लास्टिक, बाल, मांस, वेस्ट मेडिकल मटेरियल, मोबाइल बैटरी, इलेक्ट्रिकल वेस्ट मटेरियल लाकर यहां जलाते हैं। इस कारण आवागमन करते समय विद्यार्थियों को भारी परेशानी होती है। कुल मिलाकर कंपनी नागरिकों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। नागरिकों में दमा, टिबी, खांसी, कैंसर, त्वचा रोग ऐसे अनेक रोगों की शिकायतें बढ़ गईं हैं। शिकायत की प्रतिलीपी जिलाधिकारी, एसपी, प्रदूषण नियंत्रण मंडल, घुग्घुस पुलिस निरीक्षक को दी है। इस संबंध में प्राथमिक शिक्षाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे से संपर्क करने कोशिश की गई, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

कंपनी का प्रतिसाद नहीं
इस संबंध में एसीसी कंपनी का पक्ष जानने के लिए प्लांट डायरेक्टर अनिल गुप्ता से संपर्क करने की कोशिश की गई, परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाने के चलते कंपनी का पक्ष नहीं मिल पाया।

Created On :   4 Aug 2022 3:04 PM IST

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