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सीए-डे विशेष : सरकारी योजनाओं से लोगों व व्यवसायियों को जोड़ने का काम करता है सीए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश की अर्थव्यवस्था में चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। कभी शहर में 1700 सीए थे। आज 8 लाख से ज्यादा हैं। जीएसटी, इनकम टैक्स आदि को पढ़कर, समझकर वह व्यापारियों की मदद करते हैं। बैकों से ऋण वसूल करना हो, तो जरूरी कागज से लेकर सभी प्रक्रिया यही पूरी करते हैं। सीए सरकार की योजनाओं से लोगों व व्यवसायियों को जोड़ने का काम करता है। वह अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने का काम करता है।
सरकार को युवाओं के लिए अनुदान व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे युवा इस देश की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने का कार्य करें। सीए का सरकारी महकमें में भी एक उचित स्थान होना चाहिए। कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियां, जो अनुमति से काम कर रही हैं, पर वे देश को नुकसान पहुंचा रही हैं। ऐसी कंपनियों पर कार्रवाई की मांग हमेशा होती है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता। 70वें सीए-डे के उपलक्ष्य में शहर के कुछ सीनियर चार्टर्ड अकाउंटेंट से समस्याओं और उसके निवारण पर बातचीत की गई।
युवाओं को दें अनुदान
चार्टर्ड अकाउंटेंट का काम सरकारी योजनाओं से लोगों को जोड़ना है। सरकार को युवाओं को प्रेरित करना चाहिए। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इसकी पढ़ाई में काफी खर्च आता है। सरकार को युवाओं को अनुदान देना चाहिए। किताबें व जरूरी समान युवाओं को प्रदान करना चाहिए, जिससे युवा देश को मजबूती प्रदान कर सकें। इसकी ट्यूशन फीस का प्रावधान सरकार को करना चाहिए। आज बड़े उद्योग हों, चाहे बड़े व्यवसाय इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका एक चार्टर्ड अकाउंटेंट ही निभाता है।
सीए बनने की ट्रेनिंग जमीनी हकीकत से रूबरू कराती है। यह व्यक्ति हर क्षेत्र में योगदान देता है। एक समस्या जो हमेशा सामने आती है कि कानूनों में बार-बार संशोधन हो जाना, जिससे कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कानून में संशोधन हो, लेकिन वित्तीय वर्ष के पहले हो और फिर साल भर इसमें कोई भी संशोधन न किया जाए। कई बार कानून संशोधन होता है और पुरानी तारीखों से लागू कर दिया जाता है, जिससे बहुत सारी परेेशानियों का सामना करना पड़ता है। - बी. सी. भरतिया, वरिष्ठ सीए
हर क्षेत्र में सीए की जरूरत
पहले सीए को सिर्फ अकाउंट और आडिट के लिए जाना जाता था, लेकिन अब सभी क्षेत्र में सीए की जरूरत पड़ती है। अगर हम इतिहास की बात करें, तो 70 साल पहले चार्टर्ड अकाउंटेंट इंस्टीट्यूट का गठन हुआ। उस समय 1700 सदस्य थे। अब 8 लाख से ज्यादा सदस्य हैं, जो देश को आर्थिक गति प्रदान कर रहे हैं। इस दिन को प्लेटिनम जुबली के रूप में मनाया जा रहा है। आज किसी भी क्षेत्र में कोई भी प्रोजेक्ट लांच किया जाता है, तो सबसे पहले सीए की जरूरत होती है। सीए की पढ़ाई बहुत ही जटिल है।
अगर 100 विद्यार्थी इसकी परीक्षा देते हैं, तो सिर्फ 15 फीसदी ही परीक्षा पास कर पाते हैं। पूर्व राष्ट्रपति स्व. अब्दुल कलाम ने एक बार नागपुर में कहा था कि देश को मजबूत बनाने में सीए का बहुत बड़ा योगदान है, वह देश को मजबूती प्रदान करता है। आज सभी कार्य आनलाइन हो गए हैं, जिससे कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- जुल्फेश शाह, सदस्य, कमेटी ऑन मैनेजमेंट अकाउंटिग, आईसीएआई, नई दिल्ली
Created On :   1 July 2019 3:26 PM IST