बढ़ सकता है बस किराया, बिजली शुल्क

Bus fare, electricity charges may increase in Telangana
बढ़ सकता है बस किराया, बिजली शुल्क
तेलंगाना बढ़ सकता है बस किराया, बिजली शुल्क
हाईलाइट
  • तेलंगाना में बढ़ सकता है बस किराया
  • बिजली शुल्क

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना सरकार कोविड-19 महामारी और ईंधन की कीमतों में वृद्धि के कारण होने वाले नुकसान को दूर करने के लिए बस किराए और बिजली दरों में वृद्धि कर सकती है। तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के बस किराए और बिजली शुल्क में बदलाव के प्रस्तावों पर कैबिनेट की अगली बैठक में चर्चा की जाएगी।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा राज्य के स्वामित्व वाली परिवहन संस्था और तेलंगाना बिजली उत्पादन और पारेषण निगमों की वित्तीय स्थिति की समीक्षा के बाद यह सामने आया। मुख्यमंत्री कार्यालय से मंगलवार देर रात जारी बयान के मुताबिक कैबिनेट अपनी अगली बैठक में बस किराया और बिजली की दरें बढ़ाने के प्रस्तावों पर चर्चा करेगी।

मुख्यमंत्री के रूप में लोकप्रिय केसीआर ने खेद व्यक्त किया कि पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि के कारण टीएसआरटीसी एक बार फिर घाटे और वित्तीय संकट में फिसल गया है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले आरटीसी को पटरी पर लाने के लिए कड़े कदम उठाए गए थे और जब यह रिकवरी के रास्ते पर था, तो कोरोना महामारी और पेट्रोल और डीजल में वृद्धि ने इसे फिर से घाटे में डाल दिया।

सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार आरटीसी को फिर से अपने दम पर खड़ा करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी। अधिकारियों ने सीएम को बताया कि पिछले डेढ़ साल में डीजल के दाम में 22 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी होने से आरटीसी को 550 करोड़ रुपये का अतिरिक्त नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ टायर, ट्यूब और बसों के अन्य स्पेयर पार्ट्स की कीमतों में वृद्धि भी आरटीसी को घाटे में डाल रही है। उन्होंने कहा कि इन सभी बढ़ी हुई लागतों से निगम पर 600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।

अधिकारियों ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी के प्रभाव और पेट्रोल, डीजल और स्पेयर पार्ट्स की कीमतों में वृद्धि ने आरटीसी की वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव को दोगुना कर दिया है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी लॉकडाउन के कारण आरटीसी को 3,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।

अधिकारियों ने सीएम को समझाया, अकेले हैदराबाद जोन में हर महीने लगभग 90 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि राज्य भर में 97 डिपो भी घाटे में चल रहे हैं। परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजय कुमार और आरटीसी अधिकारियों ने केसीआर को बताया कि इस मुश्किल समय में बस टिकट की दरें बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने सीएम को यह भी याद दिलाया कि सरकार ने मार्च 2020 में विधानसभा में घोषणा की थी कि आरटीसी बस किराए में वृद्धि की जाएगी लेकिन उन्होंने कोरोना महामारी के कारण वृद्धि को लागू नहीं किया।

उन्होंने कहा कि बस किराया बढ़ाने के अलावा राजस्व के वैकल्पिक स्रोत भी तलाशने होंगे। सीएम ने कहा कि सरकार आरटीसी को समर्थन देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी और संबंधित अधिकारियों को एक रिपोर्ट और अगले कैबिनेट के प्रस्तावों के साथ आने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावों पर कैबिनेट में चर्चा की जाएगी और निर्णय लिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने ऊर्जा मंत्री जगदीश रेड्डी और तेलंगाना जनरेशन कॉरपोरेशन एंड ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन के सीएमडी प्रभाकर राव के साथ भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अन्य सभी क्षेत्रों की तरह, बिजली क्षेत्र भी कोरोना महामारी के कारण भारी नुकसान में है।

उन्होंने कहा कि पिछले छह साल से बिजली शुल्क नहीं बढ़ाया गया है और बिजली क्षेत्र को फिर से पटरी पर लाने के लिए अब इन्हें बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। केसीआर ने कहा कि अगले कैबिनेट में आरटीसी प्रस्तावों के साथ-साथ बिजली विभाग के प्रस्तावों पर भी चर्चा की जाएगी और फैसला लिया जाएगा।

(आईएएनएस)

 

एसएस/आरजेएस

Created On :   22 Sept 2021 7:00 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story