भक्तिभाव के साथ भगवान श्री परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया

Birth anniversary of Lord Shri Parshuram celebrated with devotion
भक्तिभाव के साथ भगवान श्री परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया
पन्ना भक्तिभाव के साथ भगवान श्री परशुराम का जन्मोत्सव मनाया गया

 डिजिटल डेस्क, पन्ना। श्री हरि विष्णु ने अपनी १२ कलाओं के साथ अक्षय तृतीय के दिन भगवान परशुराम के रूप में अवतार लिया था। मान्यता के अनुसार भगवान परशुराम को श्री हरि का छटवां अवतार माना गया है भगवान परशुराम ने सदैव बुराई का अंत कर सत्य के लिये जीत प्राप्त की। मंदिरों की नगरी पन्ना में आज भगवान परशुराम का प्रकटोत्सव श्रद्धा एवं भक्तिभाव के साथ मनाया गया। प्रसिद्ध श्रीरामजानकी मंदिर प्रांगण स्थित मंदिर में भगवान श्री परशुराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सुबह ०८ बजे से प्रारंभ हुआ विधि-विधान एवं वेदमंत्रों के साथ विद्ववत विप्र जनो द्वारा मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा पूजा अर्चना एवं हवन के साथ पूरी की गई।

मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत भगवान परशुराम के जन्म की वह शुभ घड़ी आई जब दोपहर १२ बजे वैशाख शुक्ल अक्षय तृतीय के शुभ मुहूत पर पोैराणिक गाथाओं के अनुसार भगवान परशुराम का प्रादुर्भाव हुआ था जन्म की घड़ी आने के साथ ही पूजा अर्चना करते हुये विधिविधान पूर्वक भगवान का जन्मोत्सव कराया गया। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर उपस्थित सैकड़ो की संख्या विप्रजनो एवं श्रद्धालु हर्षित होकर जयजयकारे करने लगे। जन्मोत्सव की झांकी के साथ ही भगवान परशुराम की आरती उतारी गई तथा पहँुचे श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में आयोजित हवन में शामिल होकर विप्र बंधुओं ने आहूतियां दी।

निकली शोभयात्रा जय-जयकारों से गूंजा शहर

भगवान परशुराम के जन्मत्सव के उपलक्ष्य में विप्र समाज के संयोजन में शोभायात्रा का आयोजन पन्ना नगर में किया गया निर्धारित अपरान्ह शाम ५:३० बजे से शोभायात्रा श्रीराम जानकी मंदिर से प्रारंभ हुई शोभायात्रा के प्रारंभ होने के पूर्व भगवान परशुराम की शोभा को मंदिर प्रांगण से श्रद्धापूर्वक मुख्य द्वारा पर लाया गया तथा खुले वाहन में भगवान परशुराम की शोभा को विराजमान करते हुये महाआरती उतारी गई इसके साथ ही बेैड-बाजे एवं भक्तिभाव तथा भगवान परशुराम के जय-जयकारों के साथ शोभायात्रा शुरू हुई। श्री राम जानकी मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा के साथ नगर में बनाये गये तोरणद्वारों के समीप श्रद्धालुगण उत्साह के साथ इंतजार कर रहे थे और शोभायात्रा के पहँुचते ही सभी ने मिलकर आरती उतारी एवं आत्मीयता के साथ स्वागत किया गया। श्रीराम जानकी मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा अजयगढ़ चौराहा से बड़ा बाजार मार्ग, गोविन्द चौक, कटरा बाजार, कोतवाली चौराहा से गांधी चौक कचेहरी चौराहा होते हुये रात्रि में ०९ बजे श्रीराम जानकी मंदिर पहँुचकर संपन्न हुई। शोभायात्रा के उपरांत मंदिर परिसर में विप्र समाज के विद्वानों द्वारा संबोधित किया गया।

शोभायात्रा में मध्य प्रदेश शासन के खनिज एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह, अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के अध्यक्ष पंडित रामगोपाल तिवारी, पीसीसी मेम्बर श्रीकांत पप्पू दीक्षित, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्षद्वय सतानंद गौतम, जयप्रकाश चतुर्वेदी, रविन्द्र शुक्ल, रामऔतार पाठक, रामकिशोर मिश्रा, विधायक प्रतिनिधि विष्णु पाण्डेय, पूर्व विधायक श्रीकांत दुबे, शिवजीत सिंह भैया राजा, प्रमोद पाठक, पंडित दिनेश गोस्वामी, दीपक तिवारी, सौरभ पटैरिया, स्वतंत्र प्रभाकर अवस्थी, पंडित दिनेश गोस्वामी, मनीष दुबे सहित वरिष्ठ विप्र जन, युवक, महिलायें युवतियां तथा विभिन्न समाज के श्रद्धालु शामिल रहे। शोभायात्रा का नगर में जगह-जगह स्वागत किया गया। अजयगढ चौराहा, बडा बाजार मार्ग में व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपुल जैन के नेतृत्व में, बडा बाजार चौराहा में पीसीसी मेम्बर श्रीकांत पप्पू दीक्षित के नेतृत्व में, बडा बाजार गोविन्द जी मंदिर मार्ग में अखिल भारतीय ब्राम्हण एकता परिषद द्वारा नगर पालिका परिषद के सामने विधायक प्रतिनिधि विष्णु पाण्डेय के नेतृत्व में, कुमकुम टॉकीज के समीप मंत्री बृजेन्द्र प्रताप ङ्क्षसह के नेतृत्व में स्वागत किया गया। नगर में इसके अलावा जगह-जगह लोगों द्वारा शोभायात्रा का आत्मीय स्वागत किया गया। लोगों ने भगवान श्री परशुराम की श्रृद्धा व भक्तिभाव के साथ आरती उतारी। शोभायात्रा के दौरान बैण्ड बाजे, दलदल घोडी आकर्षण का केन्द्र रहे। शोभायात्रा में ब्राम्हण समाज के पुरूष, महिलायें तथा बच्चे विशेष पोशाक पहनकर उत्साह के साथ शामिल नजर आए।

Created On :   23 April 2023 2:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story