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गोंडवाना यूनिवर्सिटी में आरंभ हुआ बांस पर आधारित पाठ्यक्रम
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। चंद्रपुर व गड़चिरोली जिले के लिए आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में आरंभ किये गये गोंडवाना विश्व विद्यालय के विद्यार्थी अब बांस पर आधारित पाठ्यक्रम की शिक्षा भी ग्रहण कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी के तहत आरंभ किये गये विज्ञान व तकनीकी संसाधन केंद्र (एसटीआरसी) ने इस पाठ्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए आरंभ किया है। आगामी जनवरी 2021 से इस पाठ्क्रम के लिए विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया आरंभ होगी। इस पाठ्यक्रम का औपचारिक अनावरण शनिवार को यूनिवर्सिटी में किया गया। इस पाठ्यक्रम के लिए मॉडल प्रॉडक्शन यूनिट पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। जबकि मुंबई इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी इस पाठ्यक्रम के लिए एसटीआरसी और यूनिवर्सिटी को सहयोग करेगी।
पाठ्यक्रम के अनावरण कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. प्रशांत बोकारे, एसटीआरसी के सदस्य सचिव डा. नरेंद्र शाह, सलाहगार डा. अरुण सपरे, कार्यकारी मंडल के अध्यक्ष डा. चारुदत्त मायी, प्र. कुलगुरु डा. श्रीराम कावले, कुलसचिव डा. अनिल चिताडे, सलाहगार व नागपुर कार्यालय प्रमुख प्रगति गोखले, मुंबई इंडीयन इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी के प्रा. आर. संदेश, गड़चिरोली एसटीआरसी के सीपीओ व प्रमुख आशिष घराई आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। इस समय मुंबई इंडियन इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी के प्रा. आर. संदेश ने बांस उद्योजकता व रचना पाठ्यक्रम तैयार पीछे करने के कारणों को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि, उद्योग विरहित गड़चिरोली जिले के सुशिक्षित युवा इस पाठ्यक्रम से रोजगार पा सकेंगे। बांस पर आधारित यहां कोई उद्योग नहीं है। ऐसे में इसकी शिक्षा ग्रहण कर इसी तरह का उद्योग यहां आरंभ हो सकता है। यह पाठ्यक्रम एक वर्ष कालावधि का होकर इसके लिए विवि में मॉडल प्रोडक्शन यूनिट तैयार किया गया है। इस यूनिट में प्रशिक्षण के सारे उपकरण भी उपलब्ध कराए गये है। इन उपकरणों की मदद से विद्यार्थी बांस से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी पा सकेंगे। इस समय उपस्थितों ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया। गड़चिरोली एसटीआरसी के सीपीओ व प्रमुख आशीष घराई ने इस पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
Created On :   27 Dec 2021 2:53 PM IST