आयुष्मान कार्ड बनाम फेमिली हेल्थ कार्ड, निजी अस्पतालों में इलाज कराने का दावा

Ayushman card vs family health card, claim for treatment in private hospitals
आयुष्मान कार्ड बनाम फेमिली हेल्थ कार्ड, निजी अस्पतालों में इलाज कराने का दावा
छिंदवाड़ा आयुष्मान कार्ड बनाम फेमिली हेल्थ कार्ड, निजी अस्पतालों में इलाज कराने का दावा



डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/पांढुर्ना।  उपचार के लिए ५ लाख रुपए की मदद हासिल करने आयुष्मान भारत योजना के तहत लोग आयुष्मान कार्ड बनाने ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों में चक्कर लगा रहे हैं। इधर सरकार की योजना के समानांतर एक निजी संगठन गांवों में फैमिली हैल्थ कार्ड बना रहा है। इसके लिए हितग्राहियों से १२० रुपए लिए जा रहे हैं। कार्ड बनाने के गांवों में सक्रिय लोग दावा कर रहे हैं। कार्ड के आधार पर निजी अस्पतालों में सस्ते दर पर उपचार की सुविधा हासिल होगी।

मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के जीवनदायी आरोग्य विकास फाउंडेशन के नाम से एक साल की अवधि के लिए फैमिली हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं।  मंगलवार को तीगांव और बुधवार को अंबाड़ा में शिविर लगाकर हैल्थ कार्ड बनाए जा रहे थे। इस पर सरपंच ने आपत्ति ली तो निजी एजेंसी के एजेंट सामान बंटोरकर निकल गए। इस कार्ड में आधार कार्ड की तरह 16 डिजिट का नंबर और क्यूआर कोड प्रदान किया जा रहा है। बिना प्रशासनिक अनुमति के ग्राम पंचायतों में अवैधानिक रूप से शिविर लगाकर रोजाना सौ से दो सौ हेल्थ कार्ड बन रहे हैं। कार्ड बनाकर देने के नाम पर प्रत्येक सदस्य से 120 रूपए प्रति कार्ड की अवैध वसूली भी की जा रही है। इस संबंध में न तो ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिव को कोई अधिकारिक जानकारी है न प्रशासनिक अधिकारियों को। जागरूक ग्रामीणों ने इसकी सूचना राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की दी लेकिन अभी तक इस मामले में कोई अधिकृत सूचना सार्वजनिक नहीं की गई है। ऐसे में ग्रामीणों के बीच संशय की स्थिति बनी हुई है इनका कहना है

केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के अलावा स्वास्थ्य संबंधी अन्य कोई हेल्थ कार्ड नहीं बनवाए जा रहे हैं। यदि ग्राम पंचायतों में अन्य किसी निजी संस्था द्वारा ग्रामीणों को गलत जानकारी देकर फैमिली हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे है तो हम इसकी जांच कराकर तत्काल इस पर रोक लगाएंगे।

-ललित कुमार चौधरी, सीईओ जनपद पंचायत

आयुष्मान भारत योजना के लिए अमले के माध्यम से पहले शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कराया गया है और पात्र हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हंै। यदि कोई संस्था शासन की योजना के नाम पर कार्ड बनाकर वसूली कर रही है तो यह गलत है। अमले के माध्यम से ग्रामीणों को आयुष्मान भारत योजना के प्रति जागरूक किया जाएगा।
-आरआर पांडे, एसडीएम

Created On :   21 Oct 2022 4:03 PM IST

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