संघ मुख्यालय के घेराव का प्रयास,बहुजन नेता वामन मेश्राम सहित कई कार्यकर्ता हिरासत में

Attempt to gherao Sangh headquarters, many activists including Bahujan leader Vaman Meshram detained
संघ मुख्यालय के घेराव का प्रयास,बहुजन नेता वामन मेश्राम सहित कई कार्यकर्ता हिरासत में
इंदोरा व बेझनबाग परिसर में धारा 144 लागू, शहर में कई स्थानों पर पुलिस बंदोबस्त संघ मुख्यालय के घेराव का प्रयास,बहुजन नेता वामन मेश्राम सहित कई कार्यकर्ता हिरासत में

डिजिटल डेस्क, नागपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महल स्थित मुख्यालय को घेरने के प्रयास को लेकर तनाव की स्थिति बन गई। गुरुवार को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बंदोबस्त कड़ा कर दिया गया। बहुजन नेता वामन मेश्राम सहित अन्य कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। इंदोरा व बेझनबाग परिसर में धारा 144 के तहत जमाबंदी लागू कर दी गई। कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा।

अनुमति के बिना मोर्चा निकालने का प्रयास

बहुजनवादी संगठन बामसेफ के प्रमुख वामन मेश्राम के नेतृत्व में भारत मुक्ति मोर्चा का आवाहन किया गया था। इसे बहुजन क्रांति मोर्चा भी कहा गया। तय किया गया था कि पहले उत्तर नागपुर के बेझनबाग मैदान पर सभा होगी उसके बाद महल क्षेत्र में संघ मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा। प्रचारित किया गया कि संघ के दबाव में केंद्र सरकार काम कर रही है। संविधान के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। देश के मूल निवासियों को उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है। इस मोर्चे के लिए शहर पुलिस ने अनुमति नहीं दी। 4 अक्टूबर को इस मामले को लेकर बांबे उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। न्यायालय ने आयोजक की याचिका को खारिज कर दी। लेकिन आयोजकों की ओर से तय समय पर मोर्चा निकालने की तैयारी की जा रही थी। लिहाजा गुरुवार को सुबह से ही इंदोरा व बेझनबाग परिसर में धारा 144 लागू कर दी गई। जमाबंदी के बाद भी इंदोरा चौक पर रैली निकालने का प्रयास किया गया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। मोर्चा में शामिल होने के लिए मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी कार्यकर्ता आए थे।

पुलिस कर रही मनमानी

वामन मेश्राम ने कहा कि पुलिस मनमानी कर रही है। न्यायालय ने साफ निर्देश दिए हैं कि किसी को हिरासत में न लिया जाए। फिर भी पुलिस जबरन हिरासत में ले रही है। एक कार्यकर्ता के घर से जब मेश्राम को पुलिस ने हिरासत में लिया उस समय पुलिस के साथ मेश्राम की नोंकझोंक भी हुई।

कानून का पालन करना होगा

पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार ने कहा है कि सभी को कानून को पालन करना चाहिए। मोर्चा के लिए अनुमति नहीं दी गई। न्यायालय ने भी याचिका खारिज कर दी। इसके बाद भी मोर्चा निकालने का प्रचार किया जा रहा था। आयोजकों को निवेदन किया गया कि वे किसी तरह की तनाव की स्थिति न बनने दे। 10 अक्टूबर के बाद उनके आयोजन के संबंध में निवेदन पर विचार किया जा सकता है। शहर में शांति कायम रखने के लिए कड़ा बंदोबस्त लगाया गया है।
 

Created On :   6 Oct 2022 2:52 PM IST

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