Ambani bomb scare: मनसुख हिरेन की रहस्यमय मौत के मामले में ATS ने हत्या का मामला दर्ज किया, मुंह से निकले थे पांच रुमाल

ATS registers murder case into SUV owners death
Ambani bomb scare: मनसुख हिरेन की रहस्यमय मौत के मामले में ATS ने हत्या का मामला दर्ज किया, मुंह से निकले थे पांच रुमाल
Ambani bomb scare: मनसुख हिरेन की रहस्यमय मौत के मामले में ATS ने हत्या का मामला दर्ज किया, मुंह से निकले थे पांच रुमाल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसुख हिरेन की रहस्यमय मौत के मामले में अब हत्या का केस दर्ज किया गया है।  हिरेन की पत्नी की शिकायत पर इसे मर्डर केस में बदला गया है। पहले इसे एक्सिडेंटल डेथ के रूप में इन्वेस्टिगेट किया जा रहा था। महाराष्ट्र एटीएस ने अब इस मामले की जांच  कर रही है। पहले मुंबई पुलिस के पास जांच का जिम्मा था।हिरेन की संदिग्ध मौत के मामले में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने हत्या, आपराधिक साजिश और सबूत नष्ट करने की कोशिश का मामला दर्ज किया है। डीसीपी राजकुमार शिंदे के मुताबिक हिरेन की पत्नी विमला की शिकायत के आधार पर एटीएस की मुंबई यूनिट ने एक से ज्यादा अज्ञात आरोपियों  मामला दर्ज किया है। वहीं मोबाइल लोकेशन की जांच में खुलासा हुआ है कि हिरेन मौत से पहले रात साढ़े 10 बजे के करीब वसई के एक गांव में थे। वे वहां किससे और क्यों मिलने गए थे इसकी भी छानबीन की जा रही है।

रविवार को डीआईजी शिवदीप लांडे की अगुआई में एटीएस की एक टीम हिरेन के घर पहुंची थी और करीब साढ़े घंटे तक परिवार वालों के बयान दर्ज किए। परिवार ने एक बार फिर आरोप लगाया कि हिरेन ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उनकी हत्या हुई है। जिसके बाद आईपीसी की धाराओं 302, 201, 34 और 120 (बी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। इससे पहले ठाणे पुलिस ने हिरेन का शव मिलने के बाद एडीआर दर्ज किया था। एटीएस की टीम ने मुंब्रा के रेतीबंदर स्थित उस जगह का भी जायजा लिया है, जहां हिरेन का शव मिला था। एटीएस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जल्द ही क्राइम सीन रिक्रिएट किया जाएगाा । एटीएस की टीम हिरेन के मोबाइल लोकेशन के आधार पर उन सभी इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालेगी जहां से हिरेन गुजरे हैं। वसई के गांव में हिरेन किससे मिले थे, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है। उनकी पत्नी विमला ने पुलिस को बताया था कि रात आठ बजे वे घर से यह कहकर निकले थे कि उन्हें कांदिवली क्राइम बांच से  तावडे नाम के किसी पुलिसवाले ने फोन कर पूछताछ के लिए बुलाया है। हिरेन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि उनका शव करीब 8 से 10 घंटे तक पानी में था। 

बता दें कि हिरेन मनसुख का शव कलवा क्रीक में मिला था। मनसुख ठाणे के व्यापारी थे और क्लासिक मोटर्स की फ्रेंचाइजी चलाते थे।  हिरेन के शव की जांच के दौरान उनके मुंह से पांच रूमाल निकले। बीते दिनों हिरेन की एसयूवी बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली थी। उसी स्कॉर्पियो कार से धमकी भरा पत्र और कुछ वाहनों की नंबर प्लेट भी मिली थी। कार से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुई थीं, जिनका इस्तेमाल विस्फोट के लिए किया जाता है। चिट्ठी में कहा गया था, नीता भाभी, मुकेश भैया.. ये तो सिर्फ एक झलक है। अगली बार ये सामान पूरा होकर तुम्हारे पास आएगा और पूरा इंतजाम हो गया है।

हिरेन की ऑटोप्सी रिपोर्ट में "चेहरे के लेफ्ट में, नथुने के ऊपरी हिस्सा में और दाहिनी आंख में मामूली निशान मिले हैं। अब यह सामने आया है कि उन्होंने 2 मार्च को मुख्यमंत्री, राज्य के गृह मंत्री और ठाणे और मुंबई के पुलिस आयुक्तों को पत्र लिखा था। इस पत्र में पुलिस के कथित उत्पीड़न के कारण सुरक्षा की मांग की गई थी। सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों को भेजे गए पत्र में विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा उनसे पूछे जा रहे सवालों का विस्तार से उल्लेख है। पत्र में, उन्होंने कहा कि विभिन्न एजेंसियों की पूछताछ ने मेरे मन की शांति को भंग कर दिया है और पीड़ित होने के बावजूद मुझे आरोपी माना गया है।

पत्र में कहा गया है, मुझे परेशान किया जा रहा है। मुझे दोषियों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, जिन्होंने न केवल मेरे वाहन की चोरी की, बल्कि इसका दुरुपयोग भी किया। मैं पहले ही अपने बयान में बता चुका हूं कि कैसे इसे चुराया गया और कैसे मैं इसका शिकार बना। इसके बावजूद मुझे पुलिस के उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। 

                 
चेहरे-पीठ पर खरोंच के निशान

शव मिलने से 12 से 13 घंटे पहले उनकी मौत की भी बात पोस्टमार्टम में कही गई है। उनकी पीठ और चेहरे पर खरोच के निशान भी थे लेकिन इस बात की भी आशंका है कि शव खाड़ी से खींचकर निकालने के दौरान यह खरोच लगी हो। फिलहाल मौत की वजह जानने के लिए पुलिस उनकी विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। परिवार वालों को इसलिए भी हत्या का शक है क्योंकि उनके मुंह में पांच रुमाल भरे हुए थे। वहीं रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कार्पियों कार से मिली जिलेटिन की छड़े फारेंसिक जांच के लिए भेज दी गई हैं। बता दें कि वह कार हिरेन की ही थी जिसमे जिलेटिन की छड़े और धमकी वाला पत्र रखा गया था। यह खुलासा होने के बाद जांच एजेंसियां लगातार उनसे पूछताछ कर रही थीं इससे परेशान होकर उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत करते हुए पत्र लिखा था। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मामले की शुरूआती जांच करने वाले एपीआई सचिन वझे की भूमिका पर सवाल उठाए थे और मामले की एनआईए जांच की मांग की थी इसके बाद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जांच एटीएस को सौंपने का ऐलान किया था। 

भाजपा को कैसे मिले सीडीआरः सावंत

प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को कहा कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के बाहर मिले विस्फोटकों से लदे वाहन के मालिक मनसुख हीरेन के परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। दक्षिण मुंबई में अंबानी के बहुमंजिला आवास ‘एंटीलिया’ के पास 25 फरवरी को जिलेटिन की 20 छड़ों के साथ एक स्कॉर्पियो कार पायी गई थी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने उम्मीद जताई कि एटीएस हीरेन की मौत के मामले की जड़ तक जाएगी और इसके पीछे की साजिश का पर्दाफाश करेगी। उन्होंने कहा कि हीरेन के परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। भाजपा को ""गैरजिम्मेदार पार्टी"" करार देते हुए सावंत ने पूछा कि इस मामले में सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) भाजपा के पास कैसे पहुंची? उन्होंने कहा कि भाजपा को राज्य की पुलिस पर भरोसा नहीं है इसलिए मामले की जांच एनआईए को सौंपने की मांग कर रही है। 

Created On :   7 March 2021 7:30 PM IST

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