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आत्राम ने ली मन्नेराजाराम के कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी
डिजिटल डेस्क, अहेरी(गड़चिरोली)। भामरागढ़ तहसील में कुपोषित बालकों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार द्वारा कुपोषित बालकों को पोषाहार का उपयोग किया जा रहा है। मात्र तहसील के गांवों में इस तरह के बच्चों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। इस बीच संविधान दिवस के मौके पर भामरागढ़ तहसील के मन्नेराजाराम स्थित बुद्ध विहार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पंस के पूर्व सदस्य हर्षवर्धनराव आत्राम ने गांव के सभी कुपोषित बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया। इस समय उन्होंने कुपोषित बच्चों की शिक्षा के साथ उनके स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाए रखने का आश्वासन दिया। यहां बता दें कि, आदिवासी बहुल भामरागढ़ तहसील का आज भी विकास नहीं हो पाया है। गांवों तक पहुंचने के लिए पक्की सड़कों का अभाव है। ऐसे में दूरस्थ अंचल के गांवों तक सरकारी की योजनाएं भी पहुंच नहीं पाई है। कुपोषित बालकों के स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सरकार ने विभिन्न तरह की योजनाएं क्रियान्वित की है। लेकिन तहसील में कुपोषित बालकों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। एकमात्र मन्नेराजाराम गांव में दर्जनों की संख्या में कुपोषित बालक मौजूद हैं। संविधान दिवस के मौके पर मन्नेराजाराम गांव में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पंस के पूर्व सदस्य हर्षवर्धनराव आत्राम प्रमुखता से उपस्थित थे। कार्यक्रम में कुपोषित बालकों की मौजूदगी भी रहीं। बालकों को देखते ही आत्राम ने उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। जिसके बाद गांव के सभी कुपोषित बालकों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला उन्होंने लिया। इस कार्यक्रम में नागपुर के जनसंघर्ष समिति के अध्यक्ष दत्ता शिर्के, बौद्ध समाज के अध्यक्ष प्रशांत शेंडे, गुट प्रवर्तक मंदा झाडे समेत मन्नेराजाराम के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Created On :   1 Dec 2022 2:16 PM IST