अमरावती के नवसारी की किशोरी को राजस्थान में बेचा
डिजिटल डेस्क, अमरावती । कैटरिंग के काम के लिए 2 सप्ताह पहले इंदौर का युवक का अता-पता न रहने से पिता ने लापता होने की शिकायत गाडगे नगर थाने में 29 जनवरी को की थी। जहां पुलिस द्वारा की गई जांच पड़ताल दौरान इस मामले में मानव तस्करी को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गिरफ्तार आरोपियों ने पहले एक नाबालिग का जबरन विवाह कराते हुए उसका सौदा किया। लेकिन नाबालिग आरोपियों के चंगुल से भागकर अमरावती पहुंची। उस नाबालिग से पूछताछ करने पर सारी हकीकत सामने आई है, लेकिन लापता हुए आकाश नामक युवक का अभी भी पता नहीं चल पाया है। इस मामले में शहर पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी मंगलवार को आयोजित पत्र परिषद में पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने दी है। पत्रवार्ता में बताया गया कि, नवसारी निवासी आकाश वेरुलकर की गुमशुदगी को लेकर गाडगे नगर थाने में 29 जनवरी को शिकायत दर्ज की गई थी।
आकाश की तलाश के लिए गाडगे नगर थाने की एक टीम इंदौर पहुंची. पुलिस को इस मामले में पहले से ही मानव तस्करी का संदेह था. तो पुलिस को पता चला कि आकाश के साथ एक नाबालिक लड़की भी साथ में आई थी। जांच-पड़ताल करते हुए पुलिस ने उस नाबालिग लड़की का पता लगाया और उसे थाने में बुलाकर पूछताछ की। तब उस लड़की ने बताया कि वह कुछ दिन पहले घर से अकोला गई हुई थी। जहां पर उसकी मुलाकात नेहा इंगले नामक महिला से हुई। जिसने उसकी मदद करने की बात कहीं और नेहा इंगले अन्य कुछ लोगों को अपने साथ लेकर अमरावती के नवसारी परिसर में आयी। जहां से वे सभी लोग इंदौर में आयोजित एक विवाह समारोह में कैटरिंग सर्विस देने के लिए रवाना हुए। इस समय नाबालिग युवती के घर के लोग उसे इस तरह अकेले अनजान लोगों के साथ इंदौर जाने देने के लिए तैयार नहीं थे और उन्होंने आकाश वेरुलकर को इस युवती के साथ इंदौर भेजा। वहां पर आकाश का क्या हुआ, यह तो इस युवती को पता नहीं है, लेकिन उसने यह बताया कि, नेहा इंगले व उसके साथ गए लोगों ने उसकी राजस्थान में रहने वाले एक युवक के साथ जबरन शादी करा दी और एक तरह से शादी के नाम पर उसे बेच डाला। जिसके बदले आरोपियों ने संबंधित व्यक्ति से 1 लाख रुपए एडवांस भी लिए थे। जिसके बाद वे सभी लोग वहां से वापिस निकल गए। वहीं इसके बाद वह नाबालिग युवती की राजस्थान से जैसे-तैसे भागकर अमरावती वापस आ गई। यह कहानी पता चलते ही
अमरावती की गाडगे नगर पुलिस ने पूरे मामले से इंदौर पुलिस व राजस्थान पुलिस को अवगत कराया। इसी बीच इंदौर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए इंदौर में एक स्थान से आकाश का मोबाइल बरामद किया। परंतु अब तक आकाश का कहीं कोई अता-पता नहीं चल पाया है। वहीं इधर गाडगे नगर पुलिस ने इस मामले में नेहा इंगले नामक महिला के पति संतोष रामदास इंगले (३४, शिवणी, अकोला) को अमरावती से गिरफ्तार करने के साथ ही अकोला से चंदा मुकेश राठोड (३८) व मुकेश ज्ञानदेव राठोड (४०, दोनो एमआईडीसी अकोला निवासी) नामक पति पत्नी को गिरफ्तार किया। साथ ही अन्य आरोपियों की खोजबीन करनी शुरू की। साथ ही इस मामले की सघन जांच हेतु गाडगे नगर के डीबी पथक को एपीआई इंगोले के नेतृत्व में इंदौर रवाना किया गया है। इस मामले की जांच शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल व सहायक पुलिस आयुक्त ढोले के मार्गदर्शन तथा गाडगे नगर के थानेदार आसाराम चोरमले के नेतृत्व में एपीआई इंगोले, पोहेकां इशय खांडे, नीलकंठ गवई, गजानन बरडे, आस्तिक देशमुख, पोकां सचिन बोरकर व समीर द्वारा की गई है। मामले की जांच महिला पुलिस निरीक्षक रेखा लोंढे द्वारा की जा रही है। साथ ही अब इस मामले की जांच को गाडगे नगर पुलिस के जिम्मे से हटाकर अपराध शाखा के जिम्मे सौंपा गया है।
किशोरी की बस स्थानक पर हुई थी आरोपी नेहा से पहचान
घटना के लगभग दो माह पहले नाबालिग के बस स्टैंड में नेहा से पहचान हुई थी। उस समय नेहा ने नाबालिग से पहचान बढाकर उसे व्यवसाय के लिए मदद करने का आश्वासन दिया था। उसके बाद नेहा गाडगेनगर थाना क्षेत्र में ही रहनेवाले आकाश की मदद से नाबालिग के घर तक पहुंचा और उसे कपड़े खरीदी करने अपने साथ इंदौर ले जाने की बात कही। उस समय आकाश भी नाबालिग के साथ था। इंदौर की बजाय उसे रतलाम ले जाकर जब उसका ब्याह रचाया गया। तब विवाह मंडप में आकाश भी उपस्थित था। जो फिलहाल फरार बताया गया है।
Created On :   15 Feb 2023 3:42 PM IST