- Home
- /
- समाज का सर्वांगीण विकास ही संघ का...
समाज का सर्वांगीण विकास ही संघ का ध्येय- भैयाजी जोशी

डिजिटल डेस्क,अकोला। श्रेष्ठ लोग जिस दिशा में चलते है उसी दिशा में हमें जाना चाहिए। उसी के तहत अपनी संस्कृति तथा देश के श्रेष्ठ महापुरूषों ने जो पदचिन्ह दिए है उसी पर संघ चल रहा है। महापुरूषों के विचारों अनुसार ही समाज को योग्य दिशा तथा दृष्टि देने का काम रा. स्व. संघ कर रहा है। समाज का सर्वांगीन विकास ही संघ का ध्येय है, ऐसा प्रतिपादन रा. स्व. संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश उपाख्य भय्याजी जोशी ने किया। विजयादशमी उत्सव में वे बोल रहे थे।
अकोला स्थित खंडेलवाल विद्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंच पर प्रमुख अतिथि एड. बी. के. गांधी, विभाग संघ चालक प्रा. नरेंद्र देशपांडे, महानगर संघचालक गोपाल खंडेलवाल उपस्थित थे। आगे बोलते हुए भय्याजी जोशी ने कहा कि अपना समाज जैसा है उसे साथ लेकर ही हमें समाज की प्रगति करनी है। यही संस्कृति की जीत का रास्ता है। भारतीयों की यह विशेषता है कि हमने कभी किसी पर आक्रमण करने लिए हथियार नहीं उठाए। भारतीय शक्ति संहारक नहीं बल्कि समाज की संरक्षक है। समाज पर जब भी संकट आता है तब पूरी ताकत के साथ समाज का व्यक्ति, संगठन खड़ा रहता है। कोरोना संकट के दौर में इसका अनुभव सभी ने लिया है। भय्याजी जोशी ने कहा कि विश्व के अन्य लोगों की तुलना में भारत का समाज मन, आचरण व व्यवहार अलग रहा है। भारत से बाहर देशों में गए भारतीयों ने कोरोना संकट के दौर में सेवा देने का काम किया है और यही हिंदू जीवन पध्दति है। इसलिए हमें हिंदू होने का गर्व है। पंचमहाभूतों की पूजा करनेवाला समाज भूमि, जल, वायु तथा पर्यावरण रक्षा करनेवाला होना चाहिए। इसीलिए गोवंश रक्षा समेत संस्कृति के विविध मूल्यों पर आचरण करनेवाले समाज निर्माण के लिए संघ विविध क्षेत्रों में काम कर रहा है। इसी प्रकार एड. बी. के. गांधी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर शस्त्रपूजन किया गया। पश्चात प्रार्थना, सामूहिक गीत, योग, प्रात्यक्षिक हुए। परिचय व आभार प्रदर्शन गोपाल खंडेलवाल ने किया। कोरोना नियमों के निर्देशों अनुसार शहर में छह स्थानों पर ऑनलाइन पध्दति से स्वयंसेवक कार्यक्रम में शामिल हुए।
Created On :   12 Oct 2021 2:35 PM IST