तमिलनाडु में सीखे हाथी प्रबंधन के गुर- कान्हा के दल ने टाईगर रिजर्व में किया अध्ययन

A team of Kanha National Park learned tricks of elephant management in South India
तमिलनाडु में सीखे हाथी प्रबंधन के गुर- कान्हा के दल ने टाईगर रिजर्व में किया अध्ययन
तमिलनाडु में सीखे हाथी प्रबंधन के गुर- कान्हा के दल ने टाईगर रिजर्व में किया अध्ययन

डिजिटल डेस्क मंडला। कान्हा नेशनल पार्क के एक दल ने दक्षिण भारत में हाथी प्रबंधन के गुर सीखे है। यहां तमिलनाडु के मुदुमलाई और कर्नाटका के बांदीपुर टाईगर रिजर्व में अध्ययन किया है। दल के द्वारा यहां बारीकी से हाथियों और अन्य वन्य प्राणियों के संबंध में जानकारी ली गई। भ्रमण के बाद दल कान्हा में बेहतर तरीके से हाथी प्रबंधन करेंगा।
                                                     जानकारी के मुताबिक दक्षिण भारत में उच्च स्तरीय हाथी प्रबंधन किया जाता है। हाथियों की देखरेख, भोजन, आवास, स्वास्थ्य व अन्य तकनीकी से हाथियों को रखा जा रहा है। कान्हा प्रबंधन द्वारा कान्हा के हाथियों को बेहतर और उच्च स्तरीय प्रबंधन करने के उददेश्य से दल दक्षिण भारत भेजा गया। यहां कान्हा के दल ने तमिलनाडु के मुदुमलाई और कर्नाटक के बांदीपुर के टाईगर रिजर्व का भ्रमण किया।
12 फरवरी से 20 फरवरी तक दल दक्षिण भारत में रहा। यहां दोनों टाईगर रिजर्व में हाथी प्रबंधन के गुर सीखे। यहां दल के द्वारा बारीकी से हर विषय पर अध्ययन किया गया। हाथियों की भोजन व्यवस्था, आवास व्यवस्था एवं स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकारी ली गई। दल ने भ्रमण कर जंगली हाथी व अन्य वन्य प्राणियों के आवासों का अवलोकन भी किया। दल के द्वारा अध्ययन कर जानकारी जुटाई है। चिकित्सकों के द्वारा चर्चा कर जानकारी का आदान प्रदान किया गया।
दक्षिण भारत में किये जा रहे हाथी प्रबंधन के बारे में महावत, अधिकारियों और चिकित्सक ने जो जानकारी जुटाई है। उसे कान्हा में लागू करने का प्रयास किया जाएगा। जिससे यहां भी बेहतर तरीके से पालतू हाथिंयों का प्रबंधन किया जाए। उनके स्वास्थ्य, आवास और भोजन व्यवस्था को बेहतर किया जा सके।
18 सदस्यीय दल ने किया भ्रमण
दक्षिण भारत में बेहतर हाथी प्रबंधन के गुर सीखने के लिए 18 सदस्यीय दल ने भ्रमण किया। जिसमें 13 महावत, 4 रेंज अफसर और वन्य प्राणी विशेषज्ञ चिकित्सक ने 12 से 20 फरवरी तक दक्षिण भारत में जाकर भ्रमण किया है। यहां 18 सदस्यीय दल द्वारा बेहतर प्रबंधन के लिए अध्ययन किया गया है।
इनका कहना है
कान्हा नेशनल पार्क का दल दक्षिण भारत व अन्य प्रांतों में भेजे जा रहे है, वहां से प्रबंधन के गुर सीखने के बाद कर्मचारियों, अधिकारियों द्वारा कान्हा में उसी तरह कार्य किया जाएगा।
संजय कुमार शुक्ला, फील्ड डॉयरेक्टर कान्हा.
18 सदस्यीय दल ने दक्षिण भारत में भ्रमण किया है, यहां हाथियों के स्वास्थ्य, आवास और भोजन प्रबंधन के गुर सीखे है, एक दल और अभी जाएंगा।
डॉ. संदीप अग्रवाल, चिकित्सक, वन्य प्राणी विशेषज्ञ, कान्हा.

 

Created On :   23 Feb 2018 5:23 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story