महाराष्ट्र: सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग- पांच मजदूरों की मौत, जांच के आदेश

महाराष्ट्र: सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग- पांच मजदूरों की मौत, जांच के आदेश

डिजिटल डेस्क, पुणे। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मांजरी के नए प्लॉट की इमारत में आग लगने से पांच मजदूरों की मौत हो गई। जबकि छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। गुरुवार को दोपहर में दो बजे इमारत में आग लगी। देर रात तक आग पर काबू पा लिया गया। सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशिल्ड वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। कोविशील्ड निर्माण इकाई घटना स्थल से एक किमी की दूरी पर होने से टीके के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार कोरोना वैक्सीन तैयार किए जाने वाले इमारत में आग नहीं लगी थी। बीसीजी टीका तैयार किए जाने वाली इमारत में आग लगी थी। मुख्यमंत्री शुक्रवार, 22 जनवरी को घटना स्थल मांजरी प्लांट का दौरा करेंगे। जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि मांजरी के नए प्लॉट की एम-एससीजेड 3 की इमारत में रोटा वायरस प्लांट का काम शुरू था। इसी इमारत में वेल्डिंग का काम चल रहा था। इमारत में वेल्डिंग के स्पार्क और इन्सुलेशन इनफ्लेमेबल सामग्री के ज्वलनशीलता के कारण आग लगी। टोपे ने कहा कि आग की घटना की जांच की जाएगी। इसके अलावा फायर ऑडिट भी किया जाएगा। 

पांचवी मंजिल जलकर खाक

वहीं पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि इमारत की पांचवीं  मंजिल जलकर पूरी तरह से खाक हो गई है। पांचवीं मंजिल पर दम घुटने से 5 लोगों की मौत हो गई है। इमारत का निर्माण कार्य चल रहा था। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि काम करने वाले मजदूरों की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार पांच में से पुणे के 2, उत्तर प्रदेश के 2 और बिहार के 1 मजदूर की मौत हो गई।  

कोविशिल्ड टीकों के निर्माण पर असर नहीं

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग से कोरोना के कोविशिल्ड टीकों के निर्माण को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने ट्वीट करके बताया कि इमारत की कुछ मंजिल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उन्होंने कहा कि मैं सभी राज्य़ सरकारों और लोगों को आश्वासन देता हूं कि कोविशील्ड के निर्माण को कोई नुकसान नहीं होगा।

आंबेडकर ने जताई आशंका 

दूसरी ओर वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने आग की घटना पर सवाल उठाए हैं। आंबेडकर ने कहा कि सीरम में अभी तक आग नहीं लगी थी। सरकार को पता लगाना चाहिए थी कोरोना का टीका तैयार होने के बाद ही आग कैसे लग गई? इसलिए सरकार को पता लगाना चाहिए कि आग लगी है अथवा लगाई गई है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि संदेह जताने वाले लोगों को संयम का टीका लगाने की जरूरत है। 

बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बना रही है, जिसकी आपूर्ति भारत समेत कई देशों में की जा रही है। आग इंस्टीट्यूट के नए प्लांट में लगी थी, जबकि वैक्सीन बनाने का काम दूसरी बिल्डिंग में किया जा रहा है। हालांकि 300 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में बड़े पैमाने पर कोविशील्ड का प्रोडक्शन करने की योजना है।

कोविशील्ड वैक्सीन का प्रोडक्शन जिस प्लांट में किया जा रहा है उससे महज 1-2 किलोमीटर की दूरी पर ही पुराना प्लांट है जहां आग लगी थी। इस प्लांट का निर्माण 1996 में किया गया था। जबकि पिछले साल ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने इस प्लांट का उद्घाटन किया था, लेकिन अभी इस प्लांट में वैक्सीन का उत्पादन नहीं शुरू हो पाया है।

Created On :   21 Jan 2021 3:49 PM IST

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