"ई-डी' सरकार के कारण चंद्रपुर में 900 करोड़ के काम प्रभावित

900 crore works affected in Chandrapur due to E-D government
"ई-डी' सरकार के कारण चंद्रपुर में 900 करोड़ के काम प्रभावित
पूर्व पालकमंत्री वडेट्टीवार ने लगाया आरोप "ई-डी' सरकार के कारण चंद्रपुर में 900 करोड़ के काम प्रभावित

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  राज्य में शिंदे-फडणवीस की सरकार आने के बाद प्रत्येक निधि, जनसुविधाओं की योजनाओं को स्थगित करने का दौर शुरू है। इसके कारण सड़क, स्वास्थ्य व अन्य विभाग के करीब 800 से 900 करोड़ रुपए के काम प्रभावित हुए हैं और नागरिकों को परेशानी होने के साथ विकास कार्य रुकने की बात कहते हुए पूर्व आपदा प्रबंधन मंत्री व चंद्रपुर जिले के पूर्व पालकमंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, महाविकास आघाड़ी सरकार को बोगस कहने वालों की ये ई-डी अर्थात शिंडे-फडणवीस की सरकार कितनी बोगस है यह सभी को पता चल रहा है। स्थगिती नहीं हटाई तो न्यायालयीन लड़ाई लड़ने की बात भी उन्होंने कही। शुक्रवार को रेस्ट हाउस में आयोजित पत्र-परिषद में पूर्व मंत्री वडेट्टीवार ने बताया कि, विविध विकास निधि पर स्थगिती दी गई है। 

जल्द स्थगिती नहीं उठी तो चंद्रपुर की निधि लैप्स होगी और खर्च नहीं होने के चलते ग्रामीण क्षेत्र का नुकसान होगा। 268 करोड़ की निधि खर्च नहीं हुई है। पिछले वर्ष के काम को भी स्थगिती दी गई है। इस वर्ष 20 प्रतिशत ही निधि आई है। ढाई माह से मंत्रिमंडल का विस्तार व जिलों को पालकमंत्री नहीं मिला, इससे दुर्दैवी और क्या हो सकता है। मंत्री सिर्फ मंत्रालय में काम कर रहे हैं, जिले में काम नहीं कर पा रहे। शिंदे सरकार आई तब से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। काम कैसे करें? यह सभी सरकारी यंत्रणा चिंता में है। पत्र-परिषद में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश देवतले, शहर अध्यक्ष रामू तिवारी आदि उपस्थित थे।

24 घंटे में 6 किसान की आत्महत्या
पूर्व आपदा प्रबंधन मंत्री वडेट्टीवार ने कहा कि, प्रशासन के आंकड़े कके अनुसार राज्य में 24 घंटे में 6 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार का ध्यान नहीं है। यह उत्सव मनानेवाली सरकार है, किसानों के दुख में शामिल होने वाला नहीं है, यह बात उनके काम से दिख रही है। उन्होंेने कहा कि, जिले में औसत से डेढ़ गुना अधिक बारिश हुई है। सोयाबीन, कपास का अधिक नुकसान हुआ। किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला। प्रशासन मुआवजा निधि आने की बात कर रहा है, लेकिन वितरण नहीं हुआ है। उधर लम्पी बीमारी तेजी से अपना पैर पसार रही है, लेकिन पशु अस्पताल में पद रिक्त है, टीका लगाने हेतु डाक्टर नहीं है। रोज 8 से 10 गांवों में बीमारी फैल रही है। कोरोना के दौर में लोगों ने अपना इलाज अस्पताल में जाकर कराया, लेकिन बेजुबान मवेशी कहां जाएंगे? यह सवाल उन्होंने किया। 

68 प्रतिशत लोग गैस रिफिल नहीं करते
पेट्रोलियम मंत्री के चंद्रपुर दौरे के मद्देनजर वडेट्टीवार ने उनसे कहा कि, उज्वला गैस योजना के कितने लोगों को गैस सिलेंडर दिए गए और िकतने लोग उसकी रिफिल करते हैं। उन्होंने दावा किया कि, 68 प्रतिशत लोग गैस नहीं भरवा रहे हैं। 

 

Created On :   24 Sept 2022 4:07 PM IST

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