सिवनी से गुजर सकता है 6 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, केन्द्र सरकार के निर्देश पर लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेस-वे का एनएचएआई करा रहा सर्वे
डिजिटल डेस्क, सिवनी। 90 किमी लंबे सिवनी-बालाघाट टू-लेन सड़क को नेशनल हाइवे में तब्दील कर फोरलेन बनाने की घोषणा केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी कर चुके हैं। पेंच व कान्हा नेशनल पार्कों को जोड़ने व पर्यटकों की आवाजाही वाली सिवनी-मंडला टू-लेन सड़क को नेशनल हाइवे बनाने के लिए सर्वे कराए जाने की केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह की मांग पर भी गड़करी पिछले माह सहमति प्रदान कर चुके हैं। सोमवार को ही शहर के भीतर से गुजरे पुराने नेशनल हाइवे-7 की सड़क को 126.48 करोड़ रुपए से फोरलेन में तब्दील करने का आदेश भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने जारी किया है।
अब एक ओर अच्छी खबर सामने आई है। लखनादौन से रायपुर तक बनने वाले 6 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का सर्वे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) करा रहा है। यह 6 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे लखनादौन-छपारा-सिवनी-बालाघाट-रजेगांव होकर निकाला जा सकता है। हालांकि सर्वे कार्य पूर्ण होने के बाद ही यह तय किया जाएगा कि 6 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का रूट क्या रहेगा, क्योंकि ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण सबसे छोटे रूट को पहली प्राथमिकता दी जाती है। यदि सिवनी के जनप्रतिनिधि एकजुट होकर अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे तो सिवनी वासियों को भी इस 6 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की सौगात मिल सकती है। इस संबंध में सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन से संपर्क किए जाने पर उनका कहना था कि वे यह जरूर चाहेंगे कि यह एक्सप्रेस-वे सिवनी-बरघाट-लालबर्रा-बालाघाट होते हुए बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए वे अपनी ओर से हरसंभव प्रयास भी करेंगे।
तीन रूट का चल रहा सर्वे
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जुड़े सूत्रों की मानें तो लखनादौन-रायपुर सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे के लिए तीन रूट का सर्वे चल रहा है। एनएचएआई कंसलटेंट से सर्वे करा रहा है। इसमें एक रूट लखनादौन-धनौरा-केवलारी-उगली-कंजई-लालबर्रा-बालाघाट व वहां से रायपुर शामिल है। एक अन्य रूट का भी सर्वे होगा, जो कि लखनादौन-नैनपुर-बैहर-मलाजखण्ड होते हुए रायपुर तक जाएगा। वहीं तीसरा रूट लखनादौन-छपारा-सिवनी-बरघाट-लालबर्रा-बालाघाट-रजेगांव होते हुए रायपुर तक बताया जा रहा है।
यह रहेंगी प्राथमिकता
सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे बनाने का प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि एक शहर से दूसरे तक जहां पहुंच आसान हो जाए, वहीं माल ढुलाई भी कम समय में होने के साथ ही कम से कम समय में पहुंचा जा सके। यह एक्सप्रेस-वे एक नए मार्ग की तरह होता है, जिसमें इस बात को भी प्राथमिकता दी जाती है कि रास्ते में जंगल कम से कम हों, सरकारी जमीन अधिक से अधिक हो, निजी निर्माण ज्यादा न तोडऩे पड़ें वहीं निजी जमीन का ज्यादा अधिग्रहण न करना पड़े। लखनादौन-सिवनी मार्ग पहले ही फोरलेन है। सिवनी-बालाघाट को एनएच फोरलेन बनाने की घोषणा हो चुकी है। बालाघाट के आगे रजेगांव से रायपुर तक भी फोरलेन सड़क बनाने की घोषणा की जा चुकी है। ऐसे में तर्क दिया जा रहा कि इस रूट को सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्णय लिया जाता है तो ज्यादा कठिनाइयां नहीं आएंगी।
इनका कहना है
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल ने कहा कि लखनादौन-रायपुर ग्रीन फील्ड सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे को लेकर सर्वे कराया जा रहा है। डिटेल सर्वे होने के बाद इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
Created On :   11 Jan 2023 7:26 PM IST