खरीफ के लिए 36 हजार 24 क्विंटल बीजों की जरूरत

36 thousand 24 quintals of seeds needed for Kharif
खरीफ के लिए 36 हजार 24 क्विंटल बीजों की जरूरत
खेती - किसानी खरीफ के लिए 36 हजार 24 क्विंटल बीजों की जरूरत

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।  धान उत्पादक गड़चिरोली जिले में आगामी जून माह के दूसरे सप्ताह से खरीफ सत्र के खेती कार्य आरंभ हो जाएंगे। पिछले चार वर्षों से लगातार हो रही फसलों की बर्बादी के बाद भी इस वर्ष एक बार फिर स्थानीय किसान इंद्र देवता से आस लगाते हुए धान की खेती में व्यस्त हो जाएंगे। कृषि विभाग के अनुसार इस वर्ष जिले में 2 लाख 11 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसलों की बुअाई होगी। जिसके लिए किसानों को 36 हजार 24.40 क्विंटल धान बीजों की आवश्यकता होगी। किसानों की आवश्यकता को देखते हुए कृषि विभाग ने बीजों का नियोजन पूर्ण कर लिया है। यह बीज कृषि केंद्र के माध्यम से सरकारी नियमानुसार वितरित किए जाएंगे। ज्ञात रहे कि, वनों से व्याप्त गड़चिरोली जिले में 1980 का वन कानून गठित किया गया है। इस कानून में रखी गई जटिल शर्तों के कारण जिले की प्रमुख 7 सिंचाई परियोजनाएं अधर में पड़ी हुई है।

किसानों को अब तक सिंचाई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से स्थानीय किसान केवल इंद्र देवता पर निर्भर हैं। कभी कम बारिश तो कभी अतिवृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो रही है। गत वर्ष खरीफ सत्र के अंतिम दौर में दिसंबर माह के दौरान अचानक अतिवृष्टि हुई। जिसमें हाथ में आने वाला धान पूरी तरह भीग जाने से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। इसके बावजूद एक बार फिर किसान इस नुकसान से उबरने के लिए खरीफ सत्र के लिए तैयार हो गया है। आगामी जून माह के दूसरे सप्ताह से किसान अपने-अपने खेतों में पहुंचकर खरीफ पूर्व कार्य आरंभ करेंगे। पहली बारिश होते ही धान की बुआई का कार्य आरंभ होगा। कृषि विभाग के अनुसार गत वर्ष जिले में 2 लाख 3 हजार 945 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुआई की गई थी, केवल इस वर्ष 2 लाख 11 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुआई होगी।जिसके लिए 36 हजार 24 क्विंटल धान बीजों का नियाेजन कृषि विभाग ने किया है। आने वाले कुछ ही दिनों में तंेदू पत्ता संकलन समेत बोध भर्ती का कार्य पूर्ण होगा।
 
 

Created On :   18 May 2022 3:54 PM IST

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